विभागीय अधिकारी खर्च न हुई धनराशि को जल्द खर्च करना सुनिश्चित बनाएं- महेन्द्र सिंह ठाकुर
जोगिन्दर नगर में उप मंडल स्तरीय अधिकारियों के साथ अन स्पेंट बजट को लेकर जलशक्ति मंत्री ने की समीक्षा बैठक
जोगिन्दर नगर / 07 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
जलशक्ति, बागवानी, सैनिक कल्याण एवं राजस्व मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी विभिन्न योजनाओं के तहत खर्च न हुई धनराशि को जल्द से जल्द खर्च करना सुनिश्चित बनाएं। उन्होने कहा कि मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर ने कोरोना काल के दौरान विकास कार्यों की गति को बनाए रखने के लिए सभी मंत्रियों व अधिकारियों को वर्ष 2001 से लेकर 2020 तक खर्च न हुई धनराशि बारे विस्तृत कार्य योजना के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत गठित कैबिनेट सब कमेटी ने यह पाया है कि प्रदेश में विभिन्न विभागों के पास लगभग 15 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक धनराशि पड़ी है जो अभी तक खर्च नहीं हुई है। इसी अन स्पेंट मनी को लेकर उप मंडल स्तर पर सभी विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की जा रही है ताकि खर्च न हुई धनराशि को लेकर एक व्यापक कार्य योजना बनाकर विकास कार्यों को गति दी जा सके। महेन्द्र सिंह ठाकुर आज जोगिन्दर नगर स्थित मिनी सचिवालय परिसर में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ लंबे समय से खर्च न हुई धनराशि को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में सांसद राम स्वरूप शर्मा, विधायक प्रकाश राणा, पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर, भाजपा मंडलाध्यक्ष पंकज जम्बाल भी मौजूद रहे। बैठक का संचालन एसडीएम अमित मैहरा ने किया।
उन्होने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उनके पास वर्ष 2001 से खर्च न हुई धनराशि को लेकर सही आंकडे प्रस्तुत करना सुनिश्चित बनाएं ताकि विभिन्न विकास कार्यों पर इस धनराशि को व्यय किया जा सके। उन्होने कहा कि खर्च न हुई धनराशि को सभी विभाग विकास कार्यों पर समयबद्ध खर्च करना सुनिश्चित बनाएं ताकि विकास योजनाओं का लाभ समाज के आम वर्ग तक पहुंच सके। साथ ही निर्देश दिए कि सभी विभाग खर्च न हुई धनराशि को लेकर क्षेत्र के सांसद व विधायक के साथ व्यापक चर्चा कर खर्च करना सुनिश्चित बनाएं ताकि जोगिन्दर नगर विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर स्वीकृत हुई धनराशि को इसी क्षेत्र के विकास में खर्च किया जा सके।
जलशक्ति मंत्री ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए वे दफतरों से बाहर निकल कर फील्ड में जाकर पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करना सुनिश्चित बनाएं। साथ ही कहा कि जो पैसा खर्च नहीं हो पा रहा है उसे दूसरी जगह खर्च करना सुनिश्चित करें ताकि विकास कार्यों का लाभ समयबद्ध आमजन को मिल सके।
जल जीवन मिशन के तहत जोगिन्दर नगर विस क्षेत्र मेें व्यय हो रहे 56 करोड़ रूपये
जलशक्ति विभाग की समीक्षा करते हुए महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जोगिन्दर नगर विस क्षेत्र के प्रथम फेस में लगभग 56 करोड़ रूपये की धनराशि व्यय की जा रही है। उन्होने बताया कि ग्राम पंचायत तुलाह की वाटर सप्लाई स्कीम के सुधारीकरण पर 3.36 करोड़, जोगिन्दर नगर क्षेत्र की विभिन्न बस्तियों के लिए 2.27 करोड़ रूपये, लडभड़ोल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लिए लगभग 36.32 करोड़ रूपये की उठाऊ पेयजल योजना, ग्राम पंचायत बिंहू व नौहली की विभिन्न बस्तियों के लिए लगभग 10 करोड़ तथा सिमस व सांढ़ा गांवों के लिए 3.76 करोड़ रूपये की पेयजल योजनाओं पर यह धनराशि व्यय की जा रही है। इसके अतिरिक्त 114 करोड़ रूपये की धनराशि विभिन्न सिंचाई योजनाओं पर खर्च होगी, जिसमें जोगिन्दर नगर क्षेत्र की हाइड्रो कूहल के निर्माण पर लगभग 24 करोड़, लडभड़ोल क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के लिए लगभग 42 करोड़ जबकि जोगिन्दर नगर क्षेत्र की गांव मैन भरोला, टिक्कर, डोहग, सैंथल तथा चौंतड़ा क्षेत्र के लिए लगभग 49 करोड़ रूपये की सिंचाई योजना शामिल है। इस बारे व्यापक प्रस्ताव स्वीकृति हेतु भेज दिया गया है तथा जल्द ही इन योजनाओं पर भी कार्य शुरू होगा। इसके अलावा नाबार्ड के तहत जोगिन्दर नगर विस क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण के लिए लगभग 30 करोड़ रूपये की विकास योजनाओं को स्वीकृति हेतु भेजा जा चुका है तथा जल्द ही इन योजनाओं पर भी कार्य शुरू होगा।
इससे पहले लोक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होने संबंधित विभागीय अधिकारियों को सांढ़ा पतन पुल को 31 मार्च, 2020 तक पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा प्रधान मंत्री ग्राम संडक़ योजना, मुख्य मंत्री ग्राम सडक़ योजना सहित अन्य सभी लंबित विकास कार्यों को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होने खंड विकास कार्यालय चौंतड़ा की समीक्षा करते हुए बताया कि इस विकास खंड के अंतर्गत लगभग 20 करोड़ रूपये की धनराशि विभिन्न विकास योजनाओं के तहत खर्च नहीं हुई है। इसी तरह बिजली बोर्ड के अंतर्गत लगभग 2.46 करोड़, बागवानी विभाग के पास लगभग 2 करोड़ रूपये की धनराशि अन स्पेंट पड़ी हुई है। इसके अतिरिक्त उन्होने तकनीकि शिक्षा, शहरी विकास, आयुर्वेदा, राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य विभागों की भी समीक्षा कर अधिकारियों को जल्द उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
राजस्व विभाग में व्यापक सुधार लाने को जारी किया है पत्र
जलशक्ति एवं राजस्व मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जन सुविधा के लिए राजस्व विभाग में व्यापक सुधार लाने के दृष्टिगत एक पत्र सभी अधिकारियों को प्रेषित किया गया है जिसमें लिखित में सुझाव मांगे गए हैं। जिसमे भू-राजस्व अधिनियम की समीक्षा व सुधार, राजस्व अधिकारियों द्वारा उर्दू लिखी जाने वाली विभिन्न रिपोर्ट को हिंदी में लिखना, भू निपटान की प्रक्रिया की समीक्षा, राजस्व रिकार्ड के पुरानी रिटेंसन पॉलिसी, जमीन हंस्तातरण की शक्तियों का सरलीकरण, सभी पटवार सर्कलों में भूमिहीन लोगों की जानकारी एकत्रित करने सहित कुल 23 बिंदुओ पर सुझाव आमंत्रित किये गए हैं।
इससे पहले जोगिन्दर नगर पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने जलशक्ति मंत्री का जोरदार स्वागत किया तथा सामुदायिक भवन जोगिन्दर नगर में उपस्थित जन समूह को संबोधित भी किया।