जिला में चिंहित पांच स्थानों पर मल्टी स्टेट मॉक ड्रिल की रिर्हसल आज
झज्जर / 23 मार्च / न्यू सुपर भारत
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि जिलाभर में भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए पांच स्थान चिन्हित किए गए हैं,इन स्थानों पर शुक्रवार 24 मार्च को मल्टी स्टेट मॉक ड्रिल होगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रशासन की ओर से जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (प्रचलन विभाग)दिशा-निर्देशानुसार मल्टी स्टेट लेवल मॉक ड्रिल में उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के चार जिले शामिल होंगे। इनमें हरियाणा के चार जिले नामत:गुरूग्राम, झज्जर, सोनीपत और फरीदाबाद हैं। उन्होंने आपदा प्रबंधन उपायों से जुड़े प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों को मॉक ड्रिल संबंधी जरूरी निर्देश दिए।
डी सी ने कहा कि सरकार द्वारा समय -समय पर इस तरह की मॉक ड्रिल होती रहती हैं,मल्टी स्टेट लेवल मॉक ड्रिल आयोजित करने का उदेश्य प्रदेश और जिला स्तर पर तैयार की गई जिला आपदा प्रबंधन योजना व एसओपी की समीक्षा करना है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय किस तरह सभी विभाग आपदा प्रबंधन योजना पर आपसी समन्वय व तालमेल से कार्य करते हैं,यह सब रिर्हसल में परखा जाता है,ताकि आपदा के समय पीडितों की मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के समय लोगों को बचाने के लिए हमारा तंत्र कितना जल्दी रिस्पांस करता है तथा जिला स्तर पर मौजूद संसाधनों का किस प्रकार से प्रयोग किया जाता है। यह सब पहले ही व्यवहारिक रूप से तैयार होना चाहिए।
कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि शुक्रवार को आयोजित होने वाली रिर्हसल में जिन विभागों को जो जिम्मेदारी सौंपी गई है,वे पूूरी लगन के साथ कार्य करें। इस दौरान किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। 24 मार्च को आयोजित हो रही मल्टी स्टेट मॉक ड्रिल भूकंप से आई आपदा से बचाव के उपायों को लेकर रहेगी। रिर्हसल में आपदा के समय संचार व्यवस्था कायम करना, ईमारतों मेंं फंसे नागरिकों तक जल्द से जल्द बचाव व राहत दल भेजना, घायलों के लिए चिकित्सा सुविधाएं स्थापित करना, कानून व्यवस्था कायम रखना, भूकंप से हुए नुकसान का आंकलन कर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व अन्य एनजीओ की मदद लेना।
पेयजल व बिजली आपूर्ति बहाल करना आदि कार्यो की ड्रिल की जाएगी। उन्होंने दोहराया कि यह एक मॉक ड्रिल है। इससे पूरी गंभीरता से टीम वर्क की भावना से करना है। आमजन इससे घबराएं नहींं । यह केवल आपदा के समय की तैयारियों के लिए अभ्यास होगा। डीसी ने संबंधित अधिकारियों को ड्रिल के दौरान टीम भावना से कार्य के लिए प्रेरित किया है।