फसल खराबे की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करें प्रभावित किसान : डीसी

झज्जर / 02 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह जिलाभर के गांवों में बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का जायजा लेने के लिए रविवार को अधिकारियों की टीम के साथ फील्ड में उतरे और गांव मांडोठी,याकूबपुर,अकेहडी मदनपुर,नौगांवा सहित अन्य गांवों का दौरा कर बरसात और ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का निरीक्षण किया। फसलों का निरीक्षण करते हुए डीसी ने कहा कि सरकार ने प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए मेरी फसल -मेरा ब्यौरा पोर्टल खोला हुआ है।
क्षति पूर्ति पोर्टल पर फसल खराबे की सूचना दर्ज करने के लिए मेरी फसल -मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल पंजीकरण अनिवार्य है। अब मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल खुलने से प्रभावित किसान अपना पंजीकरण कर क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल खराबे की सूचना दर्ज कर सकते हैं। डी सी ने कहा कि ओलावृष्टि और बेमौसमी बरसात से जिलाभर के कई गांवों में फसल खराबे की सूचना प्रशासन को मिली हैं।
उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा करवाया हुआ है, ऐसे प्रभावित किसान अपनी फसल के नुकसान की रिपोर्ट अपने नजदीक के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को दें। ताकि बीमा कंपनी से नुकसान की सर्वे रिपोर्ट तैयार करवाई जा सके। बिना बीमा वाली फसलों के हुए नुकसान की सूचना क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करवाएं। क्षतिपूर्ति पोर्टल पर सूचना दर्ज होते ही तीन दिन के अंदर राजस्व विभाग की जिम्मेदारी है कि दर्ज सूचना का भौतिक सत्यापन करें।
15 अप्रैल तक फसलों में नुकसान का सटीक आंकलन जरूरी
डी सी ने कहा कि सरकार के आदेशानुसार 15 अप्रैल तक हर हाल में विशेष गिरदावरी का कार्य पूरा करते हुए मुख्यालय भेजना है ताकि प्रभावित किसानोंं को जल्द से जल्द मुआवजा राशि दी जा सके। उन्होंने कहा कि पटवारियों को विशेष गिरदावरी कार्य, पोर्टल पर दर्ज फसल नुकसान की पड़ताल कार्य निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ करना है। राजस्व विभाग के अधिकारी फील्ड में जाकर निरंतर निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही या लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
फसल खराबे की क्षतिपूर्ति पोर्टल पर ऐसे करें सूचना दर्ज
किसान द्वारा मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल पंजीकरण होने पर क्षतिपूर्ति पंजीकरण करें। किसान अपने फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर या फिर सीएससी पर जाकर फसल.हरियाणा.जीओवी.इन पोर्टल खोले और किसान अनुभाग पर क्लिक करें। इसके बाद ई-फसल क्षतिपूर्ति सूचना देने के लिए क्लिक करें। उसके बाद किसान द्वारा पूर्व में करवाएं गए पंजीकरण अनुसार अपनी पीपीपीआईडी, एमएफएमबी आईडी या अपने मोबाइल नंबर मेें से किसी एक विकल्प को चुने।
जैसे मोबाइल नंबर चुने तथा रजिस्टर किए गए मोबाइल नंबर डालें , मालिक का नाम चुने, लॉग इन पर क्लिक करें और मोबाइल पर जाए ओटीपी को डालें तथा ओटीपी सत्यापित करें पर क्लिक करना है। पोर्टल पर किसान द्वारा पंजीकरण की गई फसल का पूर्ण ब्यौरा दिखाया जाएगा।
अपने रकबे अनुसार क्या आपने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवेदन किया है, क्षति का कारण, किसान के मत अनुसार क्षति का प्रतिशत, अंत में सूचित कर क्लिक करें। इसी प्रकार एक-एक करके क्षतिग्रस्त हुए रकबे व फसल का पंजीकरण करें।इस अवसर पर एसडीएम बहादुरगढ़ अनिल यादव, एसडीएम झज्जर रविंद्र कुमार, एसडीएम बादली विशाल कुमार, डीआरओ प्रमोद चहल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।