हर विद्यार्थी तक पहुंचे ई-अधिगम कार्यक्रम का लाभ : एडीसी सलोनी शर्मा
झज्जर / 10 मई / न्यू सुपर भारत
निकटवर्ती गांव माछरौली स्थित डाईट संस्थान में चल रहे पांच दिवसीय ई-अधिगम प्रशिक्षण कार्यक्रम का बुधवार को समापन हो गया। इस अवसर पर एडीसी सलोनी शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापकों को टैेब के उपयोग से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है,जिसमें सभी शिक्षक मेहनत और लगन के साथ प्रशिक्षण लें,ताकि स्कूलों में विद्यार्थियों तक सुगमता के साथ कार्यक्रम का लाभ पहुंच पाए।
एडीसी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर कहा कि जो विद्यार्थी स्कूल में पढऩे आते हैं वे भी हमारे अपने खुद के बच्चों जैसे होते हंै। उन्होंने कहा कि ई- अधिगम मुख्यमंत्री मनोहर लाल का फ्लैगशिप कार्यक्रम है जिसका लाभ प्रत्येक बच्चे तक पहुंचना चाहिए। टैब के माध्यम से दोहराई करना भी आसान हो जाता है तथा अध्यापक का कार्य भी सरल बनता है, क्योंकि टैब के माध्यम से विद्यार्थी पाठ पूर्ण होने के उपरांत टैस्ट दे सकता है,साथ ही स्वयं का मूल्यांकन भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि विद्यालय मुखिया को टैब चलाने से संबन्धित पूर्ण ज्ञान होना चाहिए ताकि वह अपने अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को भी प्रेरित कर सकें। उन्होंने राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बढाने का भी आह्वान किया।\
इस बीच संस्थान के प्राचार्य बी.पी. राणा ने एडीसी सलोनी शर्मा का स्वागत करते हुए बताया कि जिले के सभी अंग्रेजी एवं हिंदी विषय के प्राध्यापकों, सोशल साइंस और अंग्रेजी विषय के अध्यापकों तथा विद्यालय मुखियाओं को टैब के उपयोग से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान ई-अधिगम कार्यक्रम, प्री-टेस्ट,टैब व डाटा सिम वितरण, पाल सॉफ्टवेयर पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। वन स्कूल टीचर एप, वन स्कूल स्टूडेंट एप, डायग्नोस्टिक टेस्ट, रेमेडिअल टेस्ट, पाल डैशबोर्ड व इनकी मोनिटरिंग और प्रयोग, ई-अधिगम के लक्ष्य प्राप्त करने के तरीके, अवसर पोर्टल, विभाग द्वारा जारी एस.ओ.पी. में सभी की भूमिका एवं जिम्मेवारी पर अध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया है।
इस अवसर पर डीईओ राजेश खन्ना ने कहा कि विडियो के माध्यम से बच्चा आसानी से सीखता है और विषय भी रूचिकर बनता है। डीईईओ सुभाष भारद्वाज ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम तब सफल होगा जब इसका लाभ विद्यार्थियों तक पहुचेगा। जिला एफएलएन संयोजक डॉ सुदर्शन पूनिया ने कहा कि कोरोना काल में बच्चों की पढाई की जो हानि हुई है उसकी क्षतिपूर्ति ई-अधिगम के माध्यम से की जा सकती है।इस मौके पर जिला परियोजना संयोजक सत्यवान ढुल, जिला गणित विशेषज्ञ विक्रम सिंह, एलएलएफ से केशन लहरी सहित डाइट स्टाफ के सदस्य उपस्थित थे।