झज्जर / 21 जुलाई / न्यू सुपर भारत
हरियाणा जल संसाधन (संरक्षण, विनियमन और प्रबंधन) प्राधिकरण की अध्यक्ष केशनी आनंद अरोड़ा ने झज्जर जिला में जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए प्रशासन के प्रयासों को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से गुरुवार को झज्जर की जिला जल संसाधन योजना की समीक्षा की।
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने झज्जर जिला में जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम की अध्यक्ष को विस्तार से जानकारी दी। झज्जर जिला में अमृत सरोवर, धान की सीधी बिजाई, बागवानी को प्रोत्साहन, सूक्ष्म सिंचाई, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, एसटीपी के जल का सिंचाई व अन्य कार्यों में इस्तेमाल, सेम ग्रस्त क्षेत्रों में शैलो ट्यूबवेल, वन क्षेत्रों को विस्तार आदि कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि झज्जर जिला में बागवानी को प्रोत्साहन देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही किसानों को ड्रिप इरिगेशन के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। सेम की समस्या दूर करने के लिए जिला के 800 किसानों ने शैलो ट्यूबवेल के लिए पंजीकरण कराया है। जिला में एसटीपी से उपचारित जल का कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी तरह धान की सीधी बिजाई के लिए भी बड़ी संख्या में किसान आगे आए हैं।
हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्ष ने झज्जर जिला में जारी प्रयासों की सराहना करते हुए निर्देश दिए कि शीघ्र ही जिला की द्विवाॢषक जल प्रबंधन योजना तैयार करने, साथ ही जिला में जारी विभिन्न प्रयासों का डेटा संकलित कर रिपोर्ट तैयार की जाए। कैप्टन शक्ति सिंह ने प्राधिकरण की अध्यक्ष को विभिन्न योजनाओं से जुड़े कार्यों की प्रगति की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की सलाहकार विन्नी मुंजाल, झज्जर के एसडीएम रविंद्र कुमार, उप वन संरक्षक विपिन कुमार, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सतीश कुमार, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता अमित श्योकंद, डीडीए डा. इंद्र सिंह, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता नरेंद्र सिंगरोहा, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के कार्यकारी अभियंता अजेंद्र सुहाग, पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता संजीव शर्मा, नगर परिषद झज्जर के ईओ अरुण नांदल सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहें।