झज्जर / 17 अगस्त / न्यू सुपर भारत
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि कैंसर की बीमारी का समय पर प्रारंभिक अवस्था में पता लग जाए तो इसका इलाज संभव है। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से कैंसर जागरुकता कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह बात बुधवार को लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में कैंसर जागरुकता कार्यक्रम की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कही।
कैप्टन शक्ति सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए जिला के नागरिक अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी की ओपीडी में आने वाले मरीजों से कैंसर के प्रारंभिक लक्ष्णों के बारे में भी पूछताछ की जाए ताकि समय रहते इस बीमारी के प्रति सजगता आ सके।
कैंसर की बीमारी को हरा कर सामान्य जीवन जीने वाले लोगों की सफलता की कहानी के बारे में व्यापक प्रचार किया जाए ताकि कैंसर से जूझ रहे मरीजों का मनोबल बढ़ सके। उन्होंने कहा कि कैंसर की समय रहते जांच के लिए जिलावासियों को भी आगे आना चाहिए। अगर कैंसर की समय पर पहचान हो जाए तो उसका इलाज संभव है।
उन्होंने मातनहेल के अस्पताल में एनसीआई बाढ़सा के आउटरीच कार्यक्रम के तहत कैंसर से जुड़ी स्वास्थ्य सेवा आरंभ करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी पीएचसी व सीएचसी में वाया टेस्ट भी बढ़ाए जाए। एनसीआई बाढ़सा के सहयोग के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरुकता सामग्री डिस्पले की जाए। उन्होंने कैंसर जागरुकता कार्यक्रम से जुड़ी गैर सरकारी संस्था राइट टू लाइफ फाउंडेशन को जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी व पीएचसी वार जागरुका कैंप आयोजित करने के निर्देश दिए।
बैठक में सिविल सर्जन डा. ब्रहमदीप सिंधू ने जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल की ओपीडी में कैंसर स्क्रीनिंग कक्ष आरंभ करने की जानकारी दी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की कैंसर जागरुकता को लेकर किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। सरकार की ओर से मरीज व उसके सहायक को राज्य परिवहन की बसों में नि:शुल्क पास की सुविधा मिलती है।
इस अवसर पर सीटीएम परवेश कादियान, डिप्टी सिविल सर्जन डा. संजीव मलिक, एनसीआई बाढ़सा से डा. हरि व डा. जितेंद्र, एमओ डा. मनोज सैनी, एएमओ डा. पवन देशवाल, राइट टू लाइफ फाउंडेशन से आर तुलसी कुमारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगण बैठ में उपस्थित रहे।