जापानी कंपनी के सहयोग से स्थापित 10 केएलडी एसटीपी के पायलेट प्रोजेक्ट का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
-मुख्यमंत्री ने जापानी अधिकारियों व कंपनी को जल संरक्षण व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में सहयोगात्मक रूप से कार्य करने का दिया आवश्वासन
-फतेहाबाद के पपीहा पार्क में डायकी एक्सिस कंपनी के सहयोग से स्थापित किए गए प्लांट पर खर्च हुए 21 लाख रुपये
फतेहाबाद / 12 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फतेहाबाद में पपीहा पार्क में जापानी कंपनी डायकी एक्सिस के सहयोग से स्थापित किए गए 10 केएलडी एसटीपी प्लांट का उद्घाटन किया। इस सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर 21 लाख रुपये की लागत आई है। यह प्लांट हरियाणा प्रदेश में पहला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट है जो डायकी एक्सिस के सहयोग से लगाया गया है।
वीडियो कॉन्फ्रेेंस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जापान के मिनीस्टर इकोनोमिक डिवीजन एंबेसी शिंगो मियामोटो, जापानी पर्यावरण मंत्रालय के निदेशक याशुओ यामानमोटो, जापान इकोनोमी एंड इंवायरमेंट सेक्रेटरी यूकी योशिडा, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह, डायकी एक्सिस कंपनी के निदेशक रियोवाजा, उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ व अतिरिक्त उपायुक्त कम डीएमसी डॉ. मुनीष नागपाल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से साक्षी बनें।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पपीहा पार्क में स्थापित 10 केएलडी एसटीपी प्लांट का उद्घाटन करते हुए फतेहाबाद के नागरिकों व जिला के उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित हुआ है। प्रदेश सरकार जल संरक्षण व पानी के पुन: उपयोग अभियान में इसका अध्ययन करके प्रदेश भर में इस प्रकार के प्रोजेक्ट लगाने पर विचार करेगी।
उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में पानी चिंता का विषय बना हुआ है। पानी की आवश्यकता लगातार बनी हुई है। बढ़ती आबादी, उद्योगों के दबाव के कारण पानी की आवश्यकता बढ़ रही है, परन्तु उपलब्ध पानी वहीं सीमित मात्रा में है। हमें पानी की कमी को पूरा करने के लिए इस प्रकार के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने पर विचार करना होगा। पानी का उपयोग पीने व सिंचाई में उपयोग हो, इसके लिए हमें हल निकालने होंगे। हम किस प्रकार से अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकते हैं, इसके लिए हमें इस प्रकार के प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जल संरक्षण और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए बहुत सी योजनाएं बनाई है। अलग-अलग तकनीक पर प्रदेश में काम हो रहा है। फतेहाबाद में स्थापित किया गया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट एक नया प्रोजेक्ट है और इसमें नई तकनीक इस्तेमाल की गई है, जिसका हम भविष्य में लाभ उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पानी के प्रबंधन पर जोर दे रही है। इसके लिए अनेक योजनाएं लागू की गई है। धान की फसल में ज्यादा पानी की खपत को देखते हुए प्रदेश सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना चलाई हुई है, जिसके तहत फसल विविधिकरण अपनाने पर सात हजार रुपये प्रति एकड़ किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। प्रदेश के 94 हजार एकड़ भूमि पर लोगों ने फसल विविधिकरण को अपनाया है, जिससे जल संरक्षण में बहुत बड़ा लाभ पहुंचा है।
केंद्र सरकार की अटल भूजल योजना पर भी काम चल रहा है। पानी की बर्बादी रोकने के लिए जल जीवन मिशन के तहत विस्तृत योजना बनाते हुए काम किया जा रहा है। डार्क जोन में पानी का दोहन न हो, इसके लिए अलग से अथोरिटी बनाकर काम किए जा रहे हैं। जल संरक्षण बारे जनता को जागरूक भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश सरकार पानी के पुन: उपयोग (रि-यूज वाटर) का 25 प्रतिशत लक्ष्य रखा है, जिसमें बागवानी, उद्योगों, थर्मल प्लांटों में यह योजना कारगर हो रही है। अगले वर्ष के लिए सरकार ने लक्ष्य को बढ़ा दिया है और 60 प्रतिशत वाटर रियूज किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने बजट के लिए व्यवस्था भी की है। पानी के महत्व को समझते हुए प्रदेश सरकार सजग है।
उन्होंने उम्मीद और विश्वास जताया कि जापानी कंपनी के साथ हम अपने लक्ष्य को बढ़ाएंगे और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर मिलकर कार्य करेंगे। उन्होंने जापानी कंपनी को इस प्रकार के कार्यों के लिए हरसंभव सहायता देने को कहा।वीडियो कॉन्फ्रेंस में नप कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक, एसडीओ आशीष गर्ग, कनिष्ट अभियंता सुखविंद्र धुडिय़ा सहित डायकी एक्सिस कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।