जल संरक्षण को बढ़ाने देने के लिए पुराने तालाबों का जीर्णोद्वार प्राथमिकता के साथ करें – राजिन्द्र गर्ग
बिलासपुर / 15 जून / न्यू सुपर भारत
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कसारू के गांव छंजयार तथा ग्राम पंचायत दधोल के गांव छदोह में सदियों पुराने निर्मित तालाबों (जल संग्रहण केन्द्र) का वन विभाग के अधिकारियों और गांव के वरिष्ठ एवं प्रबुद्ध व्यक्तियों सहित निरीक्षण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वन विभाग के माध्यम से चलाई जा रही जल भण्डारण कार्यक्रम योजना के तहत पुराने निर्मित तालाबों का जीर्णोद्वार किया जाएगा। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को इस दिशा में प्राथमिकता के साथ कार्य के निर्देश दिए ताकि इन तालाबों का बजूद बना रहे और जल संरक्षण के साथ-साथ जमीन के जल स्तर को भी बढ़ावा मिल सके।
उन्होंने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी तालाबों के ईद-गिर्द फेंसिंग करना भी सुनिश्चित करे ताकि किसी भी अनहोनी घटना से बचा जा सका।
उन्होंने कहा कि वन विभाग पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधा रोपण के साथ ही तालाबों को पुर्नजीवन देने और नए तालाब बनाने पर भी विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि तालाबों के जीर्णोद्वार से जल संरक्षण और पर्यावरण को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि जंगलों में तालाबों के माध्यम के जीर्णोद्वार से वन्य-प्रणियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा उन्हें इन तालाबों में ही स्वच्छ और शुद्ध जल मिल सकेगा। उन्होंने ग्राम निवासियों से आहवान किया कि जुलाई माह में वन विभाग द्वारा चलाई जाने वाले पौधा रोपण अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग ले ताकि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल सके।
इस अवसर पर वन विभाग के अधिकारी वन अरण्यपाल देव राज कौशल ने बताया कि इन पुराने तालाबों को पुर्नजीवन देने के लिए शीघ्र ही प्राकलन तैयार करके लगभग माह के भीतर इनका जीर्णोद्वार का कार्य शुरू कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सदियों पुराने इन तालाबों के मुरम्मत का कार्य पौराणिक शैली के अनुसार ही किया जाएगा ताकि तालाबों में बर्षा की एक-एक बूंद को सहेज कर भू-गर्भ जल स्तर रिर्चाज को बढ़ावा दिया जा सके।
इस मौके पर भाजपा मण्डल महामंत्री राजेश शर्मा, डीएफओ अवनी भूषण राय, रैंज अधिकारी राजेश कुमार, प्रधान ग्राम पंचायत कसारू अंजना देवी, उप प्रधान अमरजीत उपस्थित रहे।