फतेहाबाद / 18 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
ऐसे व्यक्ति या समूह जिन्हें एचआईवी संक्रमण का खतरा ज्यादा बना रहता है, उनकी संख्या एवं उनकी निवासीय स्थित का पता लगाया जाना जरूरी है, ताकि उनके बचाव के लिए नीतियां बनाई जा सके। ये विचार हरियाणा एड्स कंट्रोल सोसायटी पंचकूला से आए टैकनिक्ल स्पोर्ट यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी मनोज सांगवान ने जिला स्तर पर गठित कम्युनिटी एडवाइजरी बोर्ड के गठन की प्रक्रिया के उपरान्त कहीं।
उन्होंने कहा कि व्यक्तियों या समूहों द्वारा अपनी शारीरिक, मानसिक या पारिवारिक जरूरतों की पूर्ति करने के लिए ऐसे जोखिम वाले व्यवहार अपनाते हैं, जिनसे एचआईवी संक्रमण का खतरा बना रहता है जैसे महिला यौनकर्मी, पुरूष यौनकर्मी (समलिंगी) या सूई के माध्यम से नशा करने वाले व्यक्ति इन लोगों या समूहों में एचआईवी संक्रमण ज्यादा देखा गया है और इन्हीं के माध्यम से ये (इनके परिवार के सदस्यों) संक्रमण आम लोगों में फैलने का अंदेशा बना रहता है।
इस अवसर पर जिला नोडल अधिकारी डॉ. हनुमान सिंह ने बताया कि यह बोर्ड जिला नोडल अधिकारी की अध्यक्षता में काम करेगा और जिले में चल रहे टीआई कार्यक्रम में स्टॉफ सदस्यों द्वारा ऐसे समूहों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए कार्य में मदद करेगा। उन्होंने मीटिंग में आए विभिन्न विभागों के सदस्यों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों या समूहों की पहचान करने में टीआई स्टॉफ की मदद करें और अगर इस कार्य में कोई दिक्कत आती है तो उसे दूर करने का प्रयास करें।
बैठक में टीआई प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष कुमारी व शांति युवा मंडल इंचार्ज सतपाल ने कहा कि जिला में कुछ ऐसे समुदाय जिनमें एचआईवी के संक्रमण का खतरा बना हुआ है जैसे सूई से नशा लेने वाले, विभिन्न सेक्स वर्कर आदि स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार उक्त प्रकृति के लोगों की संख्या का आकलन किया जाना है ताकि एड्स से बचाव के लिए नीतियां बनाई जा सके। इस प्रोग्राम को सही तरीके से लागू करने के लिए पुलिस विभाग, जिला लोक सम्पर्क विभाग, जिला विकास एवं पंचायत विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, आशा कोर्डिनेटर, नेहरू युवा केंद्र, महिला एवं बाल विकास, जिला रेडक्रॉस सोसायटी, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रैड रिबन क्लब, टीआई प्रोजेक्टस, फार्मा असिस्ट एसोसिएशन, ट्रैफिक पुलिस आदि विभागों का सहयोग अति आवश्यक है।
इस अवसर पर जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव नरेश झांझडा, सैक्शन ऑफिसर सुभाष चन्द्र, सहायक तेलू राम, जिला आशा कोर्डिनेटर नरेन्द्र खरब, शिक्षा विभाग से अधीक्षक वेद बाला, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी रेखा, सतपाल सिंह, रमेश कुमार आदि मौजूद रहे।