झज्जर / 15 दिसम्बर / न्यू सुपर भारत
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि जिला में सुरक्षित प्रसूति के साथ ही नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत टीकाकरण करवाना अनिवार्य है,ऐसे में सभी सरकारी और निजी अस्पताल विभागीय नियमानुसार टीकाकरण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विशेषकर शिशु टीकाकरण के कार्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं जाएगी।
उन्होंने कहा कि खास तौर पर झज्जर जिला के प्राइवेट अस्पताल संचालक यह ध्यान रखें कि जिन बच्चों का जन्म उनके अस्पताल में हुआ है, उसका बर्थ डोज टीकाकरण समय पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा नियमित रूप से जिला में वैक्सीनेशन कार्यक्रम की समीक्षा की जाती है,ऐसे में इस कार्य में गंभीरता बरती जाए।
डीसी ने कहा कि अगर कोई निजी अस्पताल शिशु टीकाकरण में कोताही करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि बच्चे के जन्म के 24 घंटे में लगने वाली बर्थ डोज लगाना अनिवार्य होता है। उपायुक्त ने कहा कि सभी निजी अस्पताल शिशु टीकाकरण की रिपोर्ट प्रत्येक माह सिविल सर्जन कार्यालय में जरूर भिजवाएं।
इसके अलावा जिला के सभी निजी व सरकारी स्कूलों, कॉलेजों, आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों तथा विशेषकर महिलाओं को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जाए। बच्चे के जन्म से दस वर्ष की उम्र तक होने वाला टीकाकरण उसे हर प्रकार की बीमारियों से बचाता है और बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में कारगर है।
सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने बताया कि जिला के प्रत्येक सरकारी अस्पताल में प्रत्येक बुधवार को टीकाकरण किया जाता है। उन्होंने कहा कि निर्धारित मापदंड के अनुसार इस अभियान को और गंभीरता से चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि माता-पिता भी ये ध्यान रखें कि उनके शिशु को हर एक टीका स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिए गए हैल्थ कार्ड के मुताबिक समय पर लगे।