अंतरराष्ट्रीय दवा दुरुपयोग एवं मादक द्रव्यों की अवैध तस्करी निषेध दिवस आयोजित
बिलासपुर / 25 जून / न्यू सुपर भारत
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग बिलासपुर के सूचना शिक्षा एवं संप्रेषण ब्यूरो द्वारा स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर के सौजन्य से जबली जेल में अंतरराष्ट्रीय दवा दुरुपयोग एवं मादक द्रव्यों के अवैध तस्करी निषेध दिवस आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेल अधीक्षक भूपेंद्र ने की।
उन्होंने कहा कि आज युवा वर्ग बुरी संगत मे तथा दबाव में आकर शान, अनुभव व प्रयोग की चाहत से या असफलता से बचने के लिए अपने को निकम्मा अथवा किसी भी काम के योग्य ना समझने पर या किसी अन्य कारणों से तम्बाकू शराब भांग कोकेन, अफीम, ब्राउन शुगर लेना शुरू कर देते हैं । आरंभ में मानसिक आनंद ,अनुभव या झूठे सहारे के रूप में शुरू कर देते हैं बाद में शारीरिक निर्भरता वश छोड़ नहीं पाते और नशे के आदी हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस वर्ष का थीम शेयर फैक्टर एंड ऑन ड्रग्स सेव लाइफ है । उन्होंने जेल बंदियों को बताया कि बिना अपनी मर्जी से दवाई का सेवन कभी न करें । मर्जी की दवाई खाना शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक है।
उन्होंने कहा कि नशा तन, मन ,धन की बर्बादी करता है इससे किसी का भी भला नहीं हो सकता। शराब, भांग व तंबाकू जैसे नशे अपराधों को बढ़ावा देते हैं उन्होंने कहा कि बगैर डॉक्टरी सलाह से ही दवा का इस्तेमाल करना चाहिए। अपनी इच्छा से दवा का प्रयोग करना दवाई का दुरुपयोग है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षक दीप कुमार ने कहा कि 7 दिसंबर 1987 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया है। प्रस्ताव पारित कर नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मुक्त एक अंतरराष्ट्रीय समाज के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्यवाही और सहयोग को मजबूत करना इसका मुख्य उदेश्य है ।
स्वास्थ्य शिक्षक ने कहा कि किसी को भी दवा के प्रयोग से पहले डॉक्टरी सलाह लेना आवश्यक है क्योंकि इसके दुष्प्रभाव का पता डॉक्टर को भलीभांति होता है । दवाओं की अवैध बिक्री व अवैध तस्करी पर निषेध लगाना समाज व बुद्धिजीवी लोगों का कर्तव्य बनता है। इस कार्यक्रम में लगभग 200 व्यक्तियों ने भाग लिया और उनको जलपान की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की तरफ करवाई गई।