शिमला / 23 मई / न्यू सुपर भारत न्यूज़
संयुक्त सदस्य सचिव हिमकोस्ट निशांत ठाकुर ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद (हिमकोस्ट) द्वारा आज अंर्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें इस वर्ष का विषय ‘‘हमारा समाधान प्रकृति में है’’ था। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश एनविस हब द्वारा सोशल डिस्टेंस मानदंडों के अनुरूप इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
निशांत ठाकुर ने बताया कि यह अवसर हमारे यहां आस-पास की जैव विविधता के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने का अच्छा प्रयास है। उन्होंने प्रशिक्षण और प्रलेखन के माध्यम से संरक्षण के उपाय करने के लिए प्रख्यात विशेषज्ञों और राज्य जैव विविधता बोर्ड के साथ इस वेबिनार के आयोजन के लिए एच.पी. एनविस हब के प्रयासों की सरहाना की।
डाॅ. अपर्णा शर्मा हिमाचल प्रदेश एनविस हब समन्वयक ने इस अवसर पर पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार और एच.पी. एनविस हब द्वारा ग्रीन स्किलिंग के माध्यम से पैराटैक्सोनाॅमी पर आधारित लघु अवधि के पाठ्यक्रमों के माध्यम से जैव विविधता के संरक्षण, पीपल्स जैविक विविधता रजिस्टरों की तैयारी, वन्य मधुमक्खी पालन और विभिन्न औषधीय पौधों के बारे में जानकारी दी।
आयुर्वेद विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. राखी सिंह ने ‘‘हमारा समाधान प्रकृति में है’’ विषय पर प्रकाश डाला, कि कैसे आयुर्वेद दिन-प्रतिदिन बीमारियों को रोकने में कारगर साबित हो रहा है। उन्होंने बताया कि मानव बीमारियों के समाधान खोजने के दौरान पारिस्थितिकी तंत्र उन्नमुख दृष्टिकोण को ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि औषधीय पौधों को बड़ी तेजी से नष्ट किया जा रहा है, जो आने वाले समय में खतरनाक साबित हो सकता है। डाॅ. अनिल ठाकुर एसोसिएट प्रोफेसर डिग्री काॅलेज थियोग ने हिमाचल प्रदेश के औषधीय पौधों विषय पर व्याख्यान दिया और उनके गुणों के बारे में विस्तार से बताया जैसे कस्मल का पौधा, बिच्छु बूटी, बसूटी और कचनार आदि।
डाॅ. विनीत जिष्टू एचएफआरआई पंथाघाटी ने जैव संसाधन विषय पर विस्तृत से अपने विचार व्यक्त किए। संयुक्त सदस्य सचिव हिमकोस्ट निशांत ठाकुर ने बताया कि एम.ओ.इ.एफ.सी.सी., भारत सरकार ने ओंनलाइन मोड के माध्यम से अंर्तराष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस-2020 को मनाने के लिए एच.पी. एनविस हब के प्रयासों की सराहना की। एच.पी. स्टेट बायोडायवर्सिटी बोर्ड ने कक्षा 6-12 के छात्रों को पोस्टर मेकिंग, स्लोगन ओर निबंध लेखन पर प्रविष्ठियां आमंत्रित की है जिसकी अंतिम तिथि 31 मई, 2020 है।
जिला स्तर पर शीर्ष तीन विजेताओं को प्रमाण पत्र के साथ 1000, 750 और 500 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ तीन समग्र विजेताओं को राज्य स्तरीय समारोह में सर्टिफिकेट के साथ 2500, 2000 और 1500 रुपये के नकद पुरस्कार के साथ सम्मानित किया जाएगा।इस अवसर पर वेबीनार के लगभग 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया।