ऊना / 27 जून / न्यू सुपर भारत
आर्मी के एनसीसी कैडेट नीरज, जो वर्तमान में इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बाथू से बीएचएम की डिग्री हासिल कर रहे हैं, नेअटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स (ABVIMAS, मनाली) में बेसिकपर्वतारोहण सफलतापूर्वक पर्वतारोहण पाठ्यक्रम पूरा किया। उन्हें पाठ्यक्रम में शीर्ष तीन सर्वश्रेष्ठ कैडेटों में भी चुना गया था
और विशेष रूप से निदेशक ABVIMAS, श्री अविनाश नेगी द्वारा सहायता प्रदान की गई थी। यह विश्वविद्यालय के लिएएक बहुत ही गर्व का क्षण है और हमारे छात्रों के लिए प्रेरक है।नीरज ने यह अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स कैंप १ जून २०२२ को मनाली
नीरज का बस कैंप बखरताज जो की १०५०० मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ है। से किशिती चोटी जो की १५७०० मीटरकी ऊंचाई पर स्तिथ है, उन्होंने यह ट्रेक लगभग ३ घन्टे में पूरा किया। २६ दिन का यह कैंप था जिसमे रॉकक्लाइम्बिंग, रिवर राफ्टिंग, स्नो क्राफ्टिंग से लेकर कई महतवपूर्ण एडवेंचर एक्टिविटीज के बारे में सिखया गया.
नीरज कैंप को अटेंड करने के बाद काफी उत्साहित थे और उसने बताया की इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की औरसे उन्हें काफी मदद मिली है और वोह तह दिल से धन्यवाद् करते हैं. नीरज एक छोटे से गांव अपर अर्निअला केरहने वाले है उन्होंने बतया की उनके पिता श्री ओमपरकाश और माता श्रीमती केसरी देवी काफी प्रसन्न है और उन्हेंगर्व है की नेशन कैडेट कोर (अन सी सी ) की और से इस कैंप के लिए चुना गया था
इंडस इंटरनेशनल उनिवेरिस्टी में आर्मी, नवी और एयर फाॅर्स तीनो विंग्स में अन सी सी उपलब्ध है जिसके अंतर्गतएडवेंचर, बेसिक, इंटरमीडिएट ,एडवांस और इंस्ट्रक्टर विभिन्न कोर्स में छात्र हिस्सा ले रहे जो की अग्गे चलकरफ्यूचर में छात्रों की सेना में भर्ती होने में मदद करते हैं।
एनसीसी में शामिल होने के लाभों में से एक में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करना शामिल है। यह तीन बलों -वायु सेना, सेना और नौसेना में छात्रों की रुचि विकसित करता है। फ़ौज में, कॉर्पोरेट सेक्टर और कई अन्य शीर्षउद्योग अपनी कंपनियों में विभिन्न नौकरियों के लिए ‘सी’ प्रमाणपत्र रखने वाले एनसीसी कैडेटों को चुनते हैं।
इंडस इंटरनेशनल उनिवेरिस्टी के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर संजय कुमार बहल और रजिस्ट्रार प्रोफेसर डॉक्टरपलविंदर कुमार ने नीरज का विश्वविध्यालय पहुँचने पर बधाई दी और उत्साह वर्धन किया