ऊना , 07 मार्च ( राजन चब्बा )
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी बाथू ऊना ने इतिहास रचते हुए इंडस@विरासत 1.0 का आयोजन किया,
ऊना में पहली बार हुआ अंतर-विश्वविद्यालय और कॉलेज महोत्सव था। 7 मार्च 2025 को आयोजित इस
भव्य कार्यक्रम ने पंजाब और हिमाचल के प्रमुख संस्थानों से असाधारण युवा प्रतिभाओं को एक मंच पर
लाकर उन्हें शैक्षिक सीमाओं से बाहर अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अनूठा अवसर प्रदान किया।
इस महोत्सव का उद्देश्य रचनात्मकता, नवाचार, नेतृत्व और उद्यमिता को प्रोत्साहित करना था—ये वे
मुख्य गुण हैं जो ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण को आकार देने में मदद करेंगे और युवाओं को राष्ट्र
के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सशक्त बनाएंगे।
इस महोत्सव में मुख्य अतिथियों में एस.सी. चौधरी और SHO हरोली श्री रिंकू रघुवंशी सहित कई प्रमुख
व्यक्तित्व शामिल थे। श्री रिंकू रघुवंशी ने युवाओं को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया।
उन्होंने अपने भाषण में यह बताया कि हेलमेट पहनना हमारी सुरक्षा के लिए कितना जरूरी है और इसे
कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने नशे के खिलाफ भी संदेश दिया और युवाओं से
अपील की कि वे नशे से दूर रहें, क्योंकि यह न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि उनके
परिवार और समाज पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ता है। उनका उद्देश्य था कि युवा अपने भविष्य
को सुरक्षित और सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाएं।
इस महोत्सव में श्री विष्णु एसडी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज भटोली, सरकारी कॉलेज हरोली, केसी पांडोगा,
लामरीन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब (रोपड़), सरकारी कॉलेज भटोली, दोआबा ग्रुप ऑफ कॉलेजेस
(रोपड़) और कई अन्य संस्थानों से उत्साही प्रतिभागिता देखी गई। इन संस्थानों ने अपने सबसे मेधावी
छात्रों को 25 विविध प्रकार की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए भेजा, जो सांस्कृतिक, तकनीकी और
उद्यमिता के क्षेत्रों में आयोजित की गई थीं। अड-मेड शो, एडीजैप (पेंट योर थॉट), सेलेब्रिटी प्रेस कॉन्फ्रेंस से
लेकर ग्रुप डांस (नटी, भंगड़ा, गिद्दा, शास्त्रीय, पश्चिमी), ग्रुप सिंगिंग, निबंध लेखन, नुक्कड़ नाटक (सड़क
नाटक), क्विज मैनिया, रंगोली, शतरंज, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, और बिजनेस प्लान प्रस्तुति
तक—यह महोत्सव प्रतिभा और नवाचार का एक संगम था।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय कुमार
बहल ने कहा कि इंडस@विरासत 1.0 केवल एक महोत्सव नहीं बल्कि एक आंदोलन है, जो युवा मस्तिष्कों
को किताबों के बाहर अपनी पूरी क्षमता का अन्वेषण करने के लिए प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा,
“भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए, हमें ऐसे मंचों की आवश्यकता है जो छात्रों में
रचनात्मकता, नवाचार और नेतृत्व का पोषण करें। जैसे इंडस@विरासत 1.0 जैसे कार्यक्रम छात्रों को
वास्तविक दुनिया का अनुभव प्रदान करते हैं, जो उन्हें राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर बड़े अवसरों के लिए
तैयार करता है।”
रजिस्ट्रार डॉ. जगदेव सिंह राणा ने भी इसी भावना को साझा करते हुए सहमति व्यक्त की और कहा कि
सह पाठ्यक्रम गतिविधियाँ भविष्य के नेताओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने
कहा, “इन प्रतियोगिताओं से आत्मविश्वास, आलोचनात्मक सोच और टीमवर्क जैसी महत्वपूर्ण क्षमताओं
का विकास होता है, जो आज की तेजी से बदलती दुनिया में अत्यंत आवश्यक हैं। छात्रों को उनके आराम
क्षेत्र से बाहर आने के लिए प्रेरित करना उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में विकसित करने में मदद करता है,
जो समाज में सकारात्मक बदलाव ला सके।”
सभी 25 श्रेणियों में कई विजेता थे। इनमें से प्रमुख विजेताओं में हरिश कुमार थे, जिन्होंने विज्ञान
परियोजना प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि क्विज प्रतियोगिता में मनमिंदर सिंह ने
पहला और राधिमा व उनकी टीम ने दूसरा स्थान हासिल किया। यंग शेफ प्रतियोगिता में नितिश और
रिया की टीम ने पहला स्थान और पंकज और अश्वानी की टीम ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। शतरंज
प्रतियोगिता में अंकुश ने बाजी मारी, और मिमिक्री प्रतियोगिता का विजेता रोहन था, जो खालसा कॉलेज,
ग्राहशंकर से था। इसके अलावा और भी कई प्रतियोगिताओं में विजेताओं ने अपने हुनर और प्रयासों से
जीत हासिल की, जो उनके समर्पण और मेहनत का प्रतीक थे। सभी 25 श्रेणियों में विजेताओं ने विभिन्न
क्षेत्रों में उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया। एडमेड शो में पहले स्थान पर श्री विष्णु एसडी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज
भटौली की प्रीति और नीतु देवी रही, जबकि दूसरे स्थान पर लामरिन कॉलेज रोपड़ की पालक रही। पेंटिंग
प्रतियोगिता में पहले स्थान पर लामरिन कॉलेज रोपड़ के संतोष ने कब्जा किया, और दूसरे स्थान पर श्री
विष्णु एसडी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज भटौली की नैंसी रही। निबंध लेखन प्रतियोगिता में पहले स्थान पर
केसी पंडोगा कॉलेज की नवजोत कौर रही, जबकि दूसरे स्थान पर बाम्स खालसा कॉलेज के जस्सर सिंह
रहे। 100 मीटर दौड़ में पहले स्थान पर श्री विष्णु एसडी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज भटौली के युवराज सिंह ने
और दूसरे स्थान पर लामरिन कॉलेज रोपड़ के अंकित ने हासिल किया। वॉलीबॉल प्रतियोगिता में पहले
स्थान पर खालसा कॉलेज, दूसरे स्थान पर इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और तीसरे स्थान पर केसी
कॉलेज पंडोगा ने कब्जा किया। टेबल टेनिस में पहले स्थान पर लामरिन कॉलेज रोपड़ के अनुप कुमार और
दूसरे स्थान पर भटौली कॉलेज के आर्चित शर्मा रहे। भंगड़ा प्रतियोगिता में पहले स्थान पर केसी कॉलेज
पंडोगा और दूसरे स्थान पर इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी रही। लेक्चरेट प्रतियोगिता में पहले स्थान पर
सरकारी कॉलेज हरोली के रोहन ने, दूसरे स्थान पर लामरिन कॉलेज के वैभव ने और तीसरे स्थान पर
एसजीटीबी खालसा कॉलेज की शिवानी ने कब्जा किया।यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए एक बेहतरीन
मंच साबित हुआ, जहाँ विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिताओं के अलावा, इस महोत्सव ने अनुभवात्मक शिक्षा की ताकत को भी उजागर किया। इसने छात्रों को
अपने साथियों से नेटवर्किंग करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और ऐसी क्षमताएँ विकसित करने का अवसर
दिया, जो उनके करियर में सफलता दिलाने में मदद कर सकती हैं। उद्यमिता और व्यापार मॉडल प्रतियोगिताओं का
समावेश युवा नवप्रवर्तकों के लिए उनके विचार प्रस्तुत करने का एक मंच प्रदान करता था, जो भविष्य के स्टार्टअप्स
और उद्योग सहयोगों के लिए रास्ते खोलता है।
इस कार्यक्रम का निर्बाध संचालन किया था श्रीमती निहारिका अग्रिहोत्री (एचओडी मैनेजमेंट), श्री गुरपाल राणा (वित्त
अधिकारी), श्री मदन कुमार, श्री सौरव और श्रीमती दीप्ति बार्डा ने। उनके अडिग समर्पण ने इस विशाल आयोजन को
सुचारू रूप से सम्पन्न करने में मदद की, जिससे यह सभी प्रतिभागियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।
इस तरह के महाकाव्य आयोजन को सफलता से संपन्न करने के लिए इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के
संकाय और कर्मचारियों के अथक प्रयासों का योगदान महत्वपूर्ण था। उनके उत्कृष्टता के प्रति
समर्पण—कार्यक्रम योजना, लॉजिस्टिक्स और छात्र समन्वय से लेकर—इसने एक अद्वितीय अनुभव का
सृजन किया, जो विश्वविद्यालय के समग्र शिक्षा के दृष्टिकोण को मजबूत करता है।
रोमांचक पुरस्कारों, प्रतिष्ठित ट्रॉफियों और छात्रों तथा संस्थानों से मिली अपार प्रतिक्रिया के साथ,
इंडस@विरासत 1.0 ने उना में एक मील का पत्थर स्थापित किया है। इस महोत्सव ने भविष्य की
संस्करणों के लिए मंच तैयार किया है, जो युवा मस्तिष्कों को एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करना जारी रखेगा,
जहां वे उभर सकते हैं, नवाचार कर सकते हैं और भारत की विकास यात्रा में योगदान कर सकते हैं।
रचनात्मकता, खेल भावना, नेतृत्व और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देते हुए, इंडस इंटरनेशनल
यूनिवर्सिटी भारत को 2047 तक एक ‘विकसित भारत’ बनाने की दिशा में युवा पीढ़ी को तैयार करने में
महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।