अम्बाला शहर में जिला स्तरीय गीता महोत्सव के उपलक्ष में लगाई गई भव्य प्रदर्शनी का रिबन काटकर उदघाटन
अम्बाला / 12 दिसम्बर / न्यू सुपर भारत
अम्बाला लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया व अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल नन्यौला ने आज रामबाग मैदान अम्बाला शहर में जिला स्तरीय गीता महोत्सव के उपलक्ष में लगाई गई भव्य प्रदर्शनी का रिबन काटकर उदघाटन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सांसद रतनलाल कटारिया व वशिष्ठ अतिथि के तौर पर विधायक असीम गोयल ने शिरकत की। इस मौके पर उनके साथ अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, जिला परिषद के सीईओ जगदीप ढांडा, एसडीएम अम्बाला शहर हितेष कुमार, रितेश गोयल, श्याम लाल बंसल, एडवोकेट संदीप सचदेवा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
इस प्रदर्शनी में 30 स्टालों पर विभिन्न विभागों की योजनाओं के साथ-साथ हैफड, वीटा मिल्क प्लांट व अन्य संस्थानों के उत्पाद भी सजाए गये। इससे पूर्व जिला प्रशासन द्वारा विधिवत रूप से गीता हवन यज्ञ का आयोजन भी किया गया जिसमें एडीसी सचिन गुप्ता, सीईओ जगदीप ढांडा, एसडीएम अम्बाला शहर हितेष कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार, डीआईपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार, सचिव विजय लक्ष्मी, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनीषा गागट, जीओ गीता से चोपडा जी,
प्राधानाचार्य अवधेश पांडे, कंवलजीत कौर, जितेन्द्र पाल शर्मा, तेजपाल, राजेश कुमार ने पूर्ण आहूति डाली। मंचीय कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि व वशिष्ठ अतिथि द्वारा श्रीमदभगवद गीता के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। गीता जयंती महोत्सव के प्रथम दिन भारी संख्या मे लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और जानकारी प्राप्त की जिनमें स्कूली बच्चों के साथ-साथ अन्य लोग भी शामिल थे।
मुख्य अतिथि रतनलाल कटारिया ने जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के शुभारम्भ की बधाई देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कुरूक्षेत्र में अर्जुन को जो उपदेश दिया था वह केवल अर्जुन के लिए नहीं है बल्कि पूरी मानवता के लिए वह संदेश है। भगवान श्री कृष्ण सारे संसार में एक नायक बनकर उभरे हैं। सारी दूनिया के लोग गीता ज्ञान की ओर आकर्षित हुए हैं। अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव सभी जिलों में बडी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है।
पिछले सात वर्षों में गीता महोत्सव को भव्य रूप देने का काम किया गया है और आज इसे अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के रूप में मनाने का काम किया जा रहा है। कुरूक्षेत्र जिले में सूर्यग्रहण का मेला प्रसिद्ध हुआ करता था, लेकिन अब वहां पर अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों लोग शिरकत करते हैं। दूसरे राज्यों से भी लोग यहां पर पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने बीते कल लोकसभा अध्यक्ष ओम बीरला व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ कुरूक्षेत्र में आयोजित समारोह में भाग लिया था,
जहां पर इस महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गीता के यदि एक श्लोक को मन से जीवन में धारण कर लिया जाए तो हमे एक अलोकिक उर्जा मिलती है और जीवन सफल हो जाता है। गीता हमें सिखाती है कि बिना किसी फल की इच्छा रखते हुए हमें अपना कर्म करना चाहिए। गीता हमें जीवन में आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित भी करती है।
सांसद रतनलाल कटारिया ने इस मौके पर यह भी कहा कि मैंने गीता को पढ़ा है और उससे मेरे जीवन में बदलाव आया है। गीता हमें अच्छे कर्मों की ओर बढने के लिए प्रेरित करती है।
हर व्यक्ति को गीता को मन से आत्मसात करते हुए अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। उन्होंने अपने सम्बोधन में भगवान श्री कृष्ण ने कुरूक्षेत्र में जिस वट वृक्ष के नीचे गीता का ज्ञान दिया था उस बारे भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार पंडित दीन दयाल उपाध्याय की विचारधारा के अनुरूप कार्य करते हुए अंतिम छोर में बैठे व्यक्ति के उत्थान के लिए कार्य कर रही है तथा सभी वर्गों के हित के लिए कृत संकल्प है।
इस मौके पर वशिष्ठ अतिथि विधायक असीम गोयल नन्यौला ने अपने सम्बोधन में कहा कि गीता जीवन में उतारने का सबसे बड़ा महान ग्रन्थ है। जीवन का सम्पूर्ण सार गीता में हैं। गीता शास्वत है, सनातन है, पुरातन है, नूतन है, लगभग 5100 वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण ने गीता का जो संदेश उस समय दिया था उसकी सार्थकता आज भी उतनी ही है।
गीता जयंती हरियाणा या कुरूक्षेत्र तक सीमित नहीं है पूरे संसार की शांति के लिए गीता एक माध्यम है। गीता के एक श्लोक को यदि हम मन से आत्मसात कर लें तो हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं। उन्होने कहा कि महीने में गीता के एक श्लोक को ही पढें और 12 महीने में 12 श्लोकों को पढकर जीवन में यदि उतार लें तो हमें अपने जीवन में एक आलोकिक उर्जा देखने को मिलेगी और हमारे जीवन में अदभुत परिवर्तन आयेगा।
उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने गीता के दो श्लोकों को मन से आत्मसात किया है और उससे मुझे बहुत ज्यादा साकारात्मक उर्जा मिली है। उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि मोक्ष की प्राप्ति के लिए मृत्यु आवश्यक नहीं है, अगर इंसान सच्चे मन से गीता को जीवन में उतार ले तो उसे जीते जी मोक्ष की प्राप्ति मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि गीता हमें अज्ञान से ज्ञान की ओर, अधर्म से धर्म की ओर, असत्य से सत्य की ओर और डर से साहस की ओर ले जाने का काम करती है। गीता एक ऐसा ग्रन्थ है जो जीवन रूपी हर समस्या के समाधान की कूंजी है। उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव सरकार व लोगों के सहयोग से पूरे हरियाणा में ही नहीं विदेशों मे भी मनाये जाने का काम किया जा रहा है।
इस मौके पर उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि हमें अगले वर्ष इस महोत्सव को और भव्य तरीके से मनाने का काम करना है। इस महोत्सव को इस तरह से मनाने का करना है ताकि यह अविस्मरणीय बने और अम्बाला के आमजन में गीता की सार्थकता महसूस हो।
बॉक्स:- उन्होंने कहा कि गीता ज्यों-ज्यों हम पढेंगे त्यों-त्यों वह हमारे अंदर आयेगी। मानव जीवन की सभी समस्याओं का हल गीता के माध्यम से किया जा सकता है। गीता के श्लोक या वचन यदि हम अपने जीवन में उतार लें तो मानव जीवन सुखद बन जायेगा।
उन्होंने सभी को जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि श्रीमदभगवदगीता में जो संदेश दिया गया है उसे अपने जीवन में उतारना चहिए। सांसद रतनलाल कटारिया, विधायक असीम गोयल व अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, सीईओ जिला परिषद जगदीप ढांडा, एसडीएम हितेष कुमार ने प्रदर्शनी स्थल पर लगाई गई विभिन्न विभागों व संस्थाओं की प्रदर्शनी एवं स्टाल का अवलोकन किया।