गुरु के बिना भव बंधन से मुक्ति पाना असंभव
शिमला / 20 मई / न्यू सुपर भारत
न्यू शिमला सेक्टर-1 स्थित स्वामी नारायण अक्षरधाम मंदिर द्वारा आयोजित एवं श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, अग्रवाल धर्मशाला, लांगवुड, शिमला में चल रही 5 दिन की संगीतमय श्रीमद भागवत कथा ने आज तीसरे दिन में प्रवेश किया। कथा सुनने आए नगर के भक्त मंडल को संबोधित करते हुए पूज्य जयतीर्थ स्वामी ने कथा सरिता का प्रवाह आगे बढ़ाया।
आज भागवत में वर्णित भक्त प्रहलाद, जड़भरतजी एवं गजेन्द्र की भक्ति की कथा कही गई। इन कथाओं के माध्यम से स्वामी जी ने कहा कि भक्तों को इससे यह समझना चाहिए कि विश्वास के साथ यदि भक्ति की जाए तो भगवान की कृपा अवश्य प्राप्त होती है तथा वे हमारी सदैव रक्षा करते हैं।
आज कथा का मुख्य आकर्षण कथा के अंत में कृष्ण जन्म उत्सव रहा। भक्तों ने कीर्तन और संगीत की धूम के साथ बड़े उत्साह से कृष्ण जन्म की खुशी मनाई और एक-दूसरे को बधाई दी।
कथा में कीर्तनों की रसगंगा भी निरंतर बहती रही। आज ‘माटी का भेद निराला’, ‘हे गोविन्द हे गोपाल’ और श्रीकृष्ण जन्म के अवसर पर ‘नन्द घेर आनंद भयो’ जैसे कीर्तनों में साथ देकर और खुशियां मनाकर भक्तों ने आनंद प्राप्त किया। कथा का समय प्रतिदिन संध्या 6.30 से 9 बजे का है।