शिमला , 08 नवंबर (राजन चब्बा ) :
पुलिस महानिदेशक राज्य गुप्तचर विभाग हिमाचल प्रदेश कार्यालय से मीडिया अधिकारी ने प्रेस नोट जारी करके कहा है कि कुछ इलेक्ट्रॉनिक/प्रिंट और सोशल मीडिया पर राज्य गुप्तचर विभाग के आंतरिक मामले से संबंधित समाचार पोस्ट शेयर किया जा रहे हैं, जिसको लेकर विभाग ने जानकारी देते हुए बताया है कि 21 अक्टूबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 1930 हेल्पलाइन डाटा सेंटर के उद्घाटन और राज्य गुप्तचर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के लिए राज्य गुप्तचर विभाग कार्यालय का दौरा किया था ।
विभाग के मीडिया अधिकारी ने आगे कहा है कि इसके सफल उद्घाटन और अधिकारियों के साथ बैठक के बाद, दौरे के बारे में पुलिस महानिदेशक राज्य गुप्तचर विभाग के कार्यालय में एक डीब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया था। और इस सत्र के दौरान एक अधिकारी ने जलपान प्रबंधों विशेष रूप से पर्यटन विभाग एवं बाहर से लाएगी खाद्य सामग्री की तरफ ध्यान दिलाया। उसमें यह बात संज्ञान में आई थी कि माननीय मुख्यमंत्री जी को कुछ खाद्य सामग्री नहीं परोसी गई। जिस पर गुप्तचर विभाग के पुलिस महानिदेशक ने ये पता लगाना चाहा कि वह खाने योग्य चीजें भोजन की सूची से कैसे गायब हो गई।
विभाग के मीडिया अधिकारी ने आगे कहा है कि गुप्तचर विभाग हिमाचल प्रदेश का एक अनुशासित संगठन है और यह राज्य गुप्तचर विभाग का आंतरिक मामला है और इसका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है।