हमीरपुर / रजनीश शर्मा
बस अड्डा हमीरपुर के पास लगते खोखा धारकों को नए बनाए काम्प्लेक्स में बिना किसी तैयारी के शिफ्ट करने के मामले पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा है कि शहर का सौंदर्यीकरण जरूरी है लेकिन गरीबों को उजाडक़र व बिना किसी प्लान के ऐसा करना सही नहीं है।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि सरकार पहले उनके लिए सालों पहले बनाए काम्प्लेक्स की खामियां दूर करती हैं। उन्होंने कहा कि सुनसान पड़े काम्प्लेक्स की दीवारें सीलन भरी हैं। दुकानें इतनी छोटी व संकरी हैं जिनमें दुकानदार सामान रखेंगे या खुद बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अब खोखाधारकों को नोटिस निकाले जा रहे हैं कि खोखो को खाली करों, जबकि वे अपना सामान लेकर कहां रखेंगे, इसके बारे में कोई नीति स्पष्ट नहीं की है। उन्होंने कहा कि खोखाधारक बार-बार सरकार से इसी मामले को उठा रहे हैं कि उन्हें पहले वाजिब जगह मुहैया करवाई जाए।
उन्होंने कहा कि सालों से काम्प्लेक्स के निर्माण के बावजूद अब तक इसके सुनसान रहने का कारण भी यही है कि दुकानें सही तरीके से बनाई ही नहीं गई हैं। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे डिब्बों में बनाई गई दुकानें किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है। ऐसे में दुकानदार खोखो से उठकर इन सीलन भरी दुकानों में कैसे जाएंगे। उन्होंने कहा कि नोटिस देने से पहले इस काम्प्लैक्स को ठीक किया जाना जरूरी है। इन दुकानों को लेकर दुकानदारों ने जो आपत्ति जताई है, उनका निराकरण किया जाना जरूरी है। उसके बाद दुकानदारों को वर्तमान खोखो से हटाकर उनकी राय जानकर ही नए काम्प्लेक्स में बसाया जाए तो तर्क संगत लगता है। उन्होंने कहा कि यकायक खोखो को खाली कर दुकानदार कहां जाएंगे, क्योंकि खोखो की संख्या 60 के करीब है जबकि इन खोखो से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से डेढ़ सौ से ऊपर परिवारों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है।