होशियारपुर, 02 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ :
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पंजाब सुंदर शाम अरोड़ा ने आज गांव जहानखेलां में 82 लाख रुपए की लागत से बनने वाले खेल स्टेडियम के निर्माण को शुरु करवाते हुए कहा कि गांव में खेल स्टेडियम व खेल मैदानों की स्थापना से ही नौजवान पीढ़ी खेल की ओर प्रेरित होगी व पंजाब को खेलों के क्षेत्र में दोबारा अग्रणी राज्य के तौर पर उभारेगी।
राज्य सरकार के मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से 750 गांवों में खेल स्टेडियम, मैदानों के निर्माण की शुरुआत के बाद जहानखेलां में 4 एकड़ रकबे में बनने वाले खेल स्टेडियम का नींव पत्थर रखते हुए सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि गांवों में स्टेडियम बनने से खेडदा पंजाब का लक्ष्य पूरा होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की इस पहलकदमी से नौजवान पीढ़ी को खेल के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने के अवसर मिलेंगे व प्रदेश के नौजवान खिलाड़ी राज्य, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी खेल का लोहा मनवा कर पंजाब का नाम रोशन करेंगे।
सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि पिछली अकाली-भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान नशे की राह पर चलने से हमारी जवानी का भारी नुकसान हुआ व मार्च 2017 में कांग्रेस सरकार बनने के बद नशे की जड़े खोखली करते हुए पंजाब सरकार ने नौजवानों के हित में बेमिसाल फैसले लेकर उनकी ऊर्जा को सही दिशा में प्रयोग करने को पहल दी। उन्होंने कहा कि इन स्टेडियमों, खेल मैदानों के निर्माण के साथ गांवों में सेहतमंद माहौल का सृजन होने के चलते हमारी नौजवान पीढ़ी तंदुरुस्त रहेगी जो कि खेडदा पंजाब के सपने को साकार करेगी।
गांवों में खेलों को और उत्साहित करने के लिए सरकार के इस फैसले में पंचायतों को सांझीदार बनाने के बारे में उद्योग मंत्री ने कहा कि सरकार के इस प्रयास से पंचायते व ग्रामीण लोग बहुत खुश है क्योंकि यह कार्य नौजवान पीढ़ी के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका अदा करेगा।
वर्णनीय है कि उद्योग मंत्र ने समागम की शुरुआत एक मगनरेगा वर्कर प्रवीन से रिबन कटवा कर करवाई।
इस मौके पर कृषि बिलों संबंधी पत्रकारों की ओर से पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि अकाली-भाजपा का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब होने के बाद दोनों पार्टियां अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए नई-नई ड्रामेबाजियां कर रही हैजो कि अब और नहीं चलेंगी। उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक हितों की खातिर यह पार्टियां हाथ पैर मार रही हैं पर किसानों को दोनों पार्टियों की असलियत का पता लग चुका है व वे इन पार्टियों को आने वाले समय में माफ नहीं करेंगी। बीते दिन अकाली दल की ओर से पंजाब के राज्यपाल को मांग पत्र देने के लिए निकाले गए मार्च के बारे में पूछे जाने पर सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि अकाली दल की ओर से अब अपनी राजनीतिक साख के बचाव के लिए यह मार्च निकाले जा रहे हैं।
उन्होंने अकाली लीडरशिप को सवाल किया कि जब यह बिल पास हो रहे थे तब हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अकाली दल की दोगली नीति का पर्दाफाश हो चुका है क्योंकि बिल पास होने तक खुद को किसान हितैषी कहलवाने वाले अकाली लीडर कृषि आर्डिनेंस के पक्ष में डट कर पहरा दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जब किसानों की ओर से यह निर्णय कर दिया गया कि किसान विरोधी पार्टियों का डट कर विरोध किया जाएगा तब जाकर अकालियों ने भाजपा से अलग होने का फैसला किया।
एक अन्य सवाल के जवाब में उद्योग मंत्री ने कहा कि मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में पंजाब सरकार किसानों के संघर्ष में उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी है व पंजाब सरकार किसी भी हालत में किसानी से धक्केशाही नहीं होने देगी।
इस मौके पर पी.आई.डी.बी के वाइस चेयरमैन ब्रह्म शंकर जिंपा, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन एडवोकेट राकेश मरवाहा, जिला परिषद के डिप्टी सी.ई.ओ. अजय कुमार, एक्सियन पंचायती राज राजकुमार, रजनीश टंडन, सरपंच कमल किशोर आदि भी उपस्थित थे।