*जिला प्रशासन की मदद से जेम्स कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में कोविड सैंपलिंग के लिए लगाया गया विशेष कैंप **डिप्टी कमिश्नर ने स्कूल जाकर स्वेच्छा से टैस्ट करवाने वाले स्कूल के स्टाफ को दिए प्रशंसा पत्र, अन्य संस्थानों को भी आगे आने की अपील की
होशियारपुर / 16 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19 की टैस्टिंग के प्रति चलाए गए जागरुकता अभियान के अंतर्गत आज जैम्स कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल होशियारपुर में स्कूल की पहल पर कोविड सैंपलिंग के लिए विशेष कैंप लगाया। दो दिवसीय इस कैंप के पहले दिन स्कूल के स्टाफ ने स्वेच्छा से अपने कोविड-19 के टैस्ट करवाए। स्कूल की इस सकारात्मक पहल को सराहने के लिए डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने स्कूल का दौरा किया और स्कूल के अध्यापकों व स्टाफ सदस्यों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने स्कूल के इस प्रयास पर स्कूल प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से चलाए गए जागरुकता अभियान में सहयोग कर एक मिसाल कायम की है। उन्होंने अन्य संस्थानों को भी जन हित में आगे आने की अपील की।
डिप्टी कमिश्नर ने इस दौरान संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल में चलने वाले दो दिवसीय कैंपल के पहले दिन 120 टैस्ट लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से कोविड-19 के फैलाव को खत्म करने के लिए बड़े स्तर पर टैस्टिंग शुरु की गई है और अगर किसी में भी कोविड संबंधी लक्षण आते हैं तो वह सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से सूचीबद्ध किए गए प्राइवेट अस्पतालों, क्लीनिकों व लेबोरेट्रीज में भी जाकर अपना कोरोना टैस्ट करवा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना से घबराने की जरुरत नहीं है बल्कि जरुरी सावधानियां अपना कर व स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की ओर से जारी हिदायतों का पालन कर इससे बचा जा सकता है।
अपनीत रियात ने इस दौरान स्कूल के अध्यापकों व स्टाफ को अफवाहों से बचने व जागरुक नागरिक बनते हुए अपने आस-पास भी लोगों को भी जागरुक करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से कोरोना वायरस की टैस्टिंग को लेकर लोगों के मनों में पैदा किए जा रहे भ्रम को दूर करने के लगातार कोरोना वायरस की सैंपलिंग व टैस्टिंग संबंधी विशेष जागरुकता कैंप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि टैस्टिंग को अमल में लाने से ही कोरोना वायरस के और फैलाव को समय पर नकेल कस कर कीमती जानों को बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की नई हिदायतों के अनुसार यदि कोई कोरोना पाजीटिव पाया जाता है तो वह अपने घर में एकांतवास हो सकता है, जिसके लिए लोगों को टैस्टिंग से घबराने की जरुरत नहीं।
इस दौरान एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन जो खुद कोरोना पर फतेह पा चुके हैं, ने भी अध्यापकों व स्कूल स्टाफ से अपने निजी अनुभव सांझे किए। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों का सहयोग समय की मुख्य मांग है ताकि समय रहते जनहति में कोरोना के और फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना की टैस्टिंग सभी के लिए बहुत फायदेमंद है व यह किसी भी पक्ष से नुकसानदेह नहीं। उन्होंने कहा कि कोरोना पर फतेह पाना कोई मुश्किल काम नहीं बशर्ते सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर जारी की जा रहे परामर्श के पालन में कोई कमी न रहे। उन्होंने कहा कि लोगों की भलाई के लिए सभी को कोरोना टैस्ट करवाने चाहिए जो कि पंजाब सरकार की ओर से नि:शुल्क में किए जा रहे हैं।
सहायक कमिश्नर(सामान्य) किरपाल वीर सिंह ने अफवाहों से बचने की अपील करते हुए कहा कि यदि किसी में कोरोना संबंधी किसी भी तरह के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसको सावधान व चौकस रहने की जरुरत है न कि घबराने की। उन्होंने कहा कि जरुरी सावधानी अपना कर कोरोना को मात दी जा सकती है, खासकर सही ढंग से मास्क पहन कर, एक दूसरे से बनती दूरी बरकरार रख कर व भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाकर। उन्होंने बताया कि सरकारी संस्थाओं में कोविड टैस्ट की कोई भी फीस नहीं है व सरकार की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने नई हिदायतें जारी कर पाजीटिव आने वाले लोगों के घरों के बाहर स्टीकर लगवाने भी बंद करवा दिए हैं।
इस दौरान स्कूल की प्रिंसिपल वैशाली शर्मा ने प्रशासन के सहयोग के लिए डिप्टी कमिश्नर का आभार जताया। इस मौके पर स्कूल के मैनेजर एडमिनीस्ट्रेशन अजय कुमार, सिविल अस्पताल होशियारपुर के डाक्टरों की टीम व अन्य स्टाफ सदस्य भी मौजूद था।