मिशन फतेह: कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए आगे आई जिले की 676 पंचायतें
*पंचायतों ने स्वेच्छा से स्वास्थ्य विभाग की टीमों को सहयोग देने के लिए डाला प्रस्ताव **जिले की पंचायतों ने उठाया बेहतरीन कदम, कोरोना के फैलाव को रोकने में मिलेगी मदद: डिप्टी कमिश्नर ***गांवों के सरपंचों की ओर से लोगों को टैस्टिंग करवाने व अफवाहों से बचने के लिए वीडियो के माध्यम से किया जा रहा है जागरुक
होशियारपुर / 11 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
मिशन फतेह के अंतर्गत लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरुक करने व स्वास्थ्य टीमों को सहयोग देने के लिए अब पंचायतें भी आगे आ गई है। इस कड़ी में जिले की 1405 पंचायतों में से 676 पंचायतों ने प्रस्ताव डाल दिए हैं कि वे गांवों में कोरोना वायरस की सैंपलिंग व टैस्टिंग के लिए आने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीमों का सहयोग करेंगी। इसके साथ ही कई गांवों के सरपंच सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य टीमों को सहयोग देने व अफवाहों से बचने के लिए जागरुक कर रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19 के फैलाव को रोकने में किए जा रहे प्रयासों में यह एक बेहतरीन पहल हुई है।
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने कहा कि पंचायतों की ओर से उठाया गया यह कदम नि:संदेह ही कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने में सहायत साबित होगा। उन्होंने जिले के अन्य पंचायतों को भी आगे आने की अपील करते हुए कहा कि एकजुटता के साथ ही हम कोरोना पर फतेह पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की टैस्टिंग को लेकर लोगों के मनों में पैदा किए जा रहे भ्रम को दूर करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन की ओर से गांवों में कोरोना वायरस की सैंपलिंग व टैस्टिंग संबंधी विशेष जागरुकता कैंपों की शुरुआत भी कर दी गई है।
अपनीत रियात ने बताया कि जिले के सभी ब्लाकों में पंचायतें एक साथ कोरोना के खिलाफ डट कर खड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि होशियारपुर ब्लाक-1 में 93 पंचायतों, होशियारपुर ब्लाक-2 में 67, भूंगा में 90, माहिलपुर में 50, गढ़शंकर में 60, टांडा में 55, दसूहा में 81, मुकेरियां में 72, हाजीपुर में 48 व तलवाड़ा ब्लाक में 60 पंचायतों ने स्वेच्छा से स्वास्थ्य विभाग की टीमों को सहयोग देने के लिए प्रस्ताव डाला है। उन्होंने कहा कि जिले के सभी गांवों में पंचायतों के सहयोग से कोरोना जागरुकता व टैस्टिंग कैंप लगाए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों को जागरुक कर उनके कोरोना टैस्ट किए जा सकें। उन्होंने बताया कि इन कैंपों का नेतृत्व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से संबंधित पंचायतों के सहयोग से किया जाएगा, जिससे समय रहते सैंपलिंग, टैस्टिंग व जरुरी इलाज अमल में लाया जा सके। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की नई हिदायतों के अनुसार यदि कोई कोरोना पाजीटिव पाया जाता है तो वह अपने घर में एकांतवास हो सकता है, जिसके लिए लोगों को टैस्टिंग से घबराने की जरुरत नहीं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने नई हिदायतें जारी कर पाजीटिव आने वाले लोगों के घरों के बाहर स्टीकर लगवाने भी बंद करवा दिए हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों का सहयोग समय की मुख्य मांग है ताकि समय रहते जन हित में कोरोना के और फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना की टैस्टिंग सभी के लिए बहुत फायदेमंद है व यह किसी भी तरह से नुकसानदेह नहीं है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देशों का पालन कर हम कोरोना पर फतेह पा सकते हैं। उन्होंने जिला वासियों को अपील करते हुए कहा कि वे घर से निकलते समय मास्क जरुर पहने और एक दूसरे से बनती दूरी बरकरार रखें। इसके अलावा वे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं और समय-समय पर अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं।