होशियारपुर प्रशासन की बेहतरीन पहल: गांवों में कोविड जागरुकता कैंपों की शुरुआत **गांव पोवाल व रहसीवाल में लोगों को कोविड सैंपलिंग के लिए विशेष कैंप के माध्यम से जागरुक किया
*स्वास्थ्य विभाग की टीमे गांव-गांव जाकर करेंगी टैस्टिंग: अपनीत रियात **कोरोना टैस्टिंग सभी के लिए फायदेमंद न कि नुकसानदेह: एस.डी.एम
होशियारपुर / 10 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
कोरोना वायरस की टैस्टिंग को लेकर लोगों के मनों में पैदा किए जा रहे भ्रम को दूर करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने बेहतरीन पहल करते हुए आज गांवों में कोरोना वायरस की सैंपलिंग व टैस्टिंग संबंधी विशेष जागरुकता कैंपों की शुरुआत करते हुए गांव पोवाल व रहसीवाल में पंचायतों के सहयोग से कैंप लगाए।
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात की हिदायतों पर शुरु हुए इन कैंपों का उद्देश्य 100 प्रतिशत टैस्टिंग को अमल में लाते हुए कोरोना वायरस के और फैलाव को समय पर नकेल कस कर कीमती जानों को बचाना है। अपनीत रियात ने निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे कैंप जिले के सभी गांवों में लगाए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों को जागरुक कर उनके कोरोना टैस्ट किए जा सकें। उन्होंने बताया कि इन कैंपों का नेतृत्व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से संबंधित पंचायतों के सहयोग से किया जाएगा, जिससे समय रहते सैंपलिंग, टैस्टिंग व जरुरी इलाज अमल में लाया जा सके। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की नई हिदायतों के अनुसार यदि कोई कोरोना पाजीटिव पाया जाता है तो वह अपने घर में एकांतवास हो सकता है, जिसके लिए लोगों को टैस्टिंग से घबराने की जरुरत नहीं।
गांव पोवाल व रहसीलवाल के गुरुद्वारों में गांव वासियों को संबोधित करते हुए एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन जो खुद कोरोना पर फतेह पा चुके हैं, ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों का सहयोग समय की मुख्य मांग है ताकि समय रहते सार्वजनिक हितों के मद्देनजर कोरोना के और फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना की टैस्टिंग सभी के लिए बहुत फायदेमंद है व यह किसी भी पक्ष से नुकसानदेह नहीं। उन्होंने कहा कि कोरोना पर फतेह पाना कोई मुश्किल काम नहीं बशर्ते सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर जारी की जा रहे परामर्श के पालन में कोई कमी न रहे। उन्होंने कहा कि लोगों की भलाई के लिए सभी को कोरोना टैस्ट करवाने चाहिए जो कि पंजाब सरकार की ओर से नि:शुल्क में किए जा रहे हैं व जिला प्रशासन की ओर से अब स्वास्थ्य विभाग की टीमों को इस उद्देश्य के लिए गांवों में भेजा जा रहा है जो कि कोरोना को रोकने के लिए बहुत लाभदायक होगा।
कोरोना संबंधी अफवाहों से बचने की अपील करते हुए एस.डी.एम ने कहा कि यदि किसी में कोरोना संबंधी किसी भी तरह के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसको सावधान व चौकस रहने की जरुरत है न कि घबराने की। उन्होंने कहा कि जरुरी सावधानी अपना कर कोरोना को मात दी जा सकती है, खासकर सही ढंग से मास्क पहन कर, एक दूसरे से बनती दूरी बरकरार रख कर व भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाकर। उन्होंने बताया कि सरकारी संस्थाओं में कोविड टैस्ट की कोई भी फीस नहीं है व सरकार की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने नई हिदायतें जारी कर पाजीटिव आने वाले लोगों के घरों के बाहर स्टीकर लगवाने भी बंद करवा दिए हैं।
इस दौरान जिला विकास व पंचायत अधिकारी सर्बजीत सिंह बैंस ने गांव वासियों को कोरोना के टैस्टों के लिए उत्साहित करते हुए कहा कि जन हित में टैस्ट अति जरुरी है। उन्होंने बताया कि पंचायतों के सहयोग से बाकी गांवों में भी लोगों को कोविड टैस्टों के लिए जागरुक किया जाएगा।
गांव पोवाल के सरपंच परमजीत सिंह ने डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात का धन्यवाद करते हुए कहा कि जिला प्रशासन की यह पहलकदमी गांवों के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी क्योंकि अब उनके टैस्ट गांव में ही स्वास्थ्य विभाग की टीमों की ओर से कर दिए जाएंगे। उन्होंने लोगों को अपील करते हुए कहा कि कोरोना को लेकर घबराने की जरुरत नहीं बल्कि जागरुक होने की जरुरत है व समय पर टैस्टिंग व इलाज के माध्यम से कोरोना को असरदार ढंग से रोका जा सकता है।
गांव रहसीवाल के सरपंच शिव लाल ने अपना तर्जुबा साझा करते हुए बताय कि उनकी व उनकी पत्नी की ओर से भी कोरोना टैस्ट करवाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि टैस्ट करवाने के लिए किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता बल्कि टैस्ट करवाने से हर कोई अपने आप को, अपने परिवार को व अपने आस-पास को सुरक्षित रख सकता है।
सरपंच शिव लाल की मांग पर एस.डी.एम अमित महाजन ने कहा कि जल्द ही उनके गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीमों की ओर से टैस्टिंग की जाएगी जहां गांव वासी अपना टैस्ट करवा सकते हैं।