*सूचिबद्ध होने के लिए अस्पताल, क्लीनिक व लेबोरेट्री सिविल सर्जन कार्यालय में करें संपर्क **निजी अस्पतालों को रैपिड एंटीजन टैस्ट के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से नि:शुल्क मुहैया करवाई जाएंगी किट्स **कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए अधिक से अधिक टैस्ट करवाएं लोग
होशियारपुर / 8 सितंबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने बताया कि कोरोना के फैलाव को रोकने व पाजीटिव मरीजों की समय पर पहचान के लिए पंजाब सरकार के निर्देशानुसार अब जिले के सूचिबद्ध निजी अस्पतालों, क्लीनिकों व लैबोरेट्रीज में भी रैपिड एंटीजन टैस्ट(आर.ए.टी) किए जाएंगे। वे आज जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में कोविड-19 संबंधी किए जा रहे कार्यों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (सामान्य) अमित कुमार पंचाल भी मौजूद थे।
डिप्टी कमिश्नर ने इस दौरान सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि वे इंडियन मैडिकल एसोसिएशन के सहयोग से जिले के प्राइवेट अस्पतालों, क्लीनिक व लैबोरेट्रीज से बैठक करें व जो भी स्वेच्छा से सूचिबद्ध होने के लिए तैयार हैं, वहां इस प्रक्रिया को लागू करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से आर.ए.टी किट्स नि:शुल्क दी जाएंगी व जिन निजी अस्पतालों, क्लीनिकों व लैबोरेट्री को स्वास्थ्य विभाग की ओर से नि:शुल्क आर.ए.टी किट्स मुहैया करवाई जाएंगी, वे मरीजों से टैस्ट के लिए अधिक से अधिक 250 रुपए ले सकते हैं। उन्होंने सिविल सर्जन को कहा कि वे यकीनी बनाएंगे कि निजी अस्पताल, लैब स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग की ओर से नि:शुल्क मुहैया करवाई गई आर.ए.टी किटों के प्रयोग के लिए स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर (एस.ओ.पीज) का पालन करें।
अपनीत रियात ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पंजाब सरकार के निर्देशानुसार घरों में एकांतवास किए कोविड के पाजीटिव मरीजों के घरों के बाहर अब स्टिकर न चिपकाए जाएं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा किसी भी कोविड पाजीटिव मरीज की निजी जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों के अलावा किसी से भी सांझी नहीं की जाए। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अधिक से अधिक सैंपलिंग करवाएं ताकि कोरोना के फैलाव को रोक कर इस महांमारी फर फतेह पाई जा सके। इस अवसर पर एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन, कमिश्नर नगर निगम बलबीर राज सिंह, सिविल सर्जन डा. जसवीर सिंह, सहायक सिविल सर्जन डा. पवन कुमार, डिप्टी मैडिकल कमिश्नर डा. सतपाल गोजरा, डा. सैलेश के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।