December 22, 2024

जिले में बनेंगी 7025 कैटल शैड, 5293 निर्माणाधीन: अपनीत रियात

0

** गांवों में अलग-अलग विकास कार्यों पर 10 अगस्त तक 1376.13 लाख रुपए खर्च
***मगनरेगा के माध्यम से जिले में 5,26,091 दिहाडिय़ां पैदा कर 26375 घरों को लाभ पहुंचाय


होशियारपुर / 24 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़:


ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की रफ्तार को तेज करते हुए जिला प्रशासन की ओर से मगनरेगा स्कीम के अंतर्गत 10 अगस्त तक 1376.13 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं व चालू वित्तिय वर्ष के दौरान जिले में 7025 कैटल शैडों का निर्माण किया जाएगा, जिनमें से 5293 कैटल शैडों का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।


डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने बताया कि कैटल शैडों के निर्माण वाली योजना के अंतर्गत योज्य लाभार्थी तीन तरह की वित्तिय सहायता ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे व मध्यम किसानों के लिए जिनके पास दो दुधारु पशु हैं 35 हजार रुपए की मदद मुहैया करवाई जा रही है जबकि चार पशुओं वाले लाभार्थियों को स्कीम के अंतर्गत 60 हजार रुपए दिए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि 6 पशुओं वाले किसानों को सरकार की ओर से 97 हजार रुपए कैटल शैड के निर्माण के लिए मुहैया करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि योज्य लाभार्थी अपने-अपने ब्लाक स्तर पर अधिकारियों के साथ संपर्क कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं, जिससे डेयरी धंधे को बल मिलने के साथ-साथ लाभार्थी की आय में वृद्धि हो सकती है। उन्होंने बताया कि पहले इस योजना के अंर्तगत 40:60 के अनुपात के अनुसार 40 प्रतिशत खर्च लाभार्थी की ओर से व 60 प्रतिशत सरकार की ओर से दिया जाता था परंतु इस वर्ष कोरोना महांमारी के मद्देनजर छोटे व मध्यम लाभार्थियों की मदद के लिए मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सारी राशी सरकार की ओर से खर्च करने की घोषणा कर दी है।


डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि मगनरेगा स्कीम के अंतर्गत जिले की 1044 पंचायतों में अलग-अलग विकास कार्य जारी हैं वहीं अब तक 318 विकास कार्य मुकम्मल कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मगनरेगा के अंतर्गत ग्रामीम क्षेत्रों में लाभार्थियों को लाकडाउन के दौरान भी स्वास्थ्य सलाह का पालन यकीनी बनाते हुए दिहाडिय़ां लगवाई गई हैं। उन्होंने बताया कि मगनरेगा के माध्यम से गांवों में बाढ़ नियंत्रम कार्यों, जल सरंक्षण, पौधे लगाने, जमीन को समतल करने, छप्पड़ों के विकास कार्य, नहरों की सफाई के साथ-साथ ग्रामीण आधारभूत ढांचे की संभाल का कार्य करवाया गया। उन्होंने कहा कि जिले में मगनरेगा के माध्यम से जिले में 5,26,091 दिहाडिय़ां पैदा कर 26375 घरों को लाभ भी पहुंचाया गया है। वर्णनीय है कि मगनरेगा के अंतर्गत मजदूरों को 263 रुपए प्रति दिन के हिसाब से वार्षिक 100 दिहाडिय़ां मुहैया करवाई जाती हैं।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *