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हिमकैप्स बढे़ड़ा में मनाया गया 70वां अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का राज्य स्तरीय समारोह

ऊना / 17 नवम्बर / न्यू सुपर भारत

सहकारी सभाएं क्षेत्र को समृद्धि करने में अहम रोल अदा करती हैं। सहकारी सभाओं का मुख्य उद्देश्य सहकारी संस्थाओं के सहयोग से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है। यह बात उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हरोली विधानसभा क्षेत्र के तहत हिमकैप्स काॅलेज बेढ़ड़ा में 70वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के राज्य स्तरीय सहकारी समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। 

उन्होंने कहा कि आज समय है जब हमें सहकारिता व उसके इतिहास के बारे में विशलेषण करना होगा ताकि पता चल सके की हमने कहा से आरंभ किया तथा और कहां पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से विश्व विख्यात है। हरोली विस क्षेत्र के पंजावर गांव से वर्ष 1892 में इस जन आंदोलन की शुरूआत हुई थी जिसने पूरे देश में जन आंदोलन का रूप लिया। वर्तमान में देश अन्य राज्य भी सहकारिता में तीव्र गति से आगे बढ़ रहे हैं और सहकारिता क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। लेकिन यह सच्चाई है कि सहकारिता का जन्मदाता जिला ऊना के हरोली विस क्षेत्र का गांव पंजावर है जहां से मियां हीरा सिंह ने सहकारिता आंदोलन की शुरूआत की थी। 

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमकैप्स काॅलेज पूरी तरह से सहकारी क्षेत्र को समर्पित है। उन्होंने कहा कि हिमकैप्स काॅलेज को खोले के लिए यहां की सहकारी समितियों का काफी बड़ा योगदान रहा है और वर्तमान मंे भी सहयोग कर रही हैं जिससे शिक्षा के क्षेत्र को बढावा मिल रहा है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले हिमकैप्स काॅलेज में लाॅ की कक्षाएं चलाई गई जिसकी सफलता को देखते हुए काॅलेज में नर्सिंग कोर्स की भी शुरूआत की गई। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से शिक्षा ग्रहण करके निकले विद्यार्थी देश के प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थानों और न्यायालयों में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी समय में इस संस्थान में बीएएमएस और एमबीए जैसे कोर्सों को भी आरंभ किया जाएगा। मुकेश अग्निहोत्री ने बिना किसी राजनैतिक भेदभाव से उपर उठकर हिमकैप्स काॅलेज का नाम बेहतरीन काॅलेजों में अंकित किया जाएगा। 

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिला में सहकारी क्षेत्र से ही स्वां वूमेन फेडरेशन बनाई गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इस समूह से जिला की 13 हज़ार महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि पंजावर में सहकारी आंदोलन के जन्मदाता मियां हीरा सिंह के नाम से टेªनिंग संस्थान भी खोला जा रहा है जिसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है तथा शीघ्र ही धन राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 51 सौ सहकारी समितियां कार्य कर रही हैं और 20 लाख लोग सहकारिता से जुडे हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र में मुनाफे में चल रही 870 सहकारी सोसाईटियों का पूरी तरह से डिजिटल किया जाएगा ताकि लोगों में सहकारी समितियों के प्रति पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनी रही है।

उन्होंने सहकारितास विभाग के अधिकारियों को काॅअप्रेटिव सोसाईटियों के लिए एक बेहतर रोड़ मैप तैयार करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने जिला प्रशासन ऊना को भी निर्देश दिए कि जिला में सहकारी क्षेत्र को और कैसे विकसित किया जाए, क्या-क्या नए कार्य किए जाएं इसके लिए भी कार्य योजना बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में जिला कुल्लू में हिमबुनकर तथा जिला बिलासपुर में कामधेनू बेहतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने लोगों से लोगों से आहवान किया कि ऊना में सहकारी क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए आंदोलन को निरंतर आगे लेकर चलना होगा जिसके लिए लोगों में दृढ़ शक्ति का होना जरूरी है।

सर्वप्रथम उप मुख्यमंत्री ने हिमकैप्स काॅलेज परिसर में बनाए गए राधा कृष्ण मंदिर में माथा टेका। तदपश्चात हिमाचल प्रदेश की विभिन्न काॅपरेटिव सोसाईटियों द्वारा विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों पर आधारित फारर्मर फर्टिलाईजर, ईफ्फको नैनों यूरिया, तिब्ब्तन हैंडीक्राफ्ट काॅपरेटिव सोसाईटी मैकलोडगंज व कृषि विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शिनियों का अवलोक किया। प्रदर्शिनी अवलोकन के उपरांत मुख्यातिथि ने काॅलेज परिसर में सहकारी आंदोलन के प्रतीक सतरंगी इंद्रधनुष झंडे का ध्वजारोहण किया तथा हिमकैप्स के विद्यार्थियों द्वार सहकार गान प्रस्तुत किया।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सहकारी सभाएं ग्रामीण क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लक्ष्य को साधने के अलावा सहकारी क्षेत्र के तहत संचालित 3171 परचून डिपुओं के माध्यम से सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाएं जैसे सार्वजनिक वितरण प्रणाली, खाद एवं कृशि उपकरण के वितरण में अपनी भूमिका पूरी ईमानदारी से निभा रही है। उन्होंने कहा कि इस सहकारी सप्ताह का विषय उभरते हुए क्षेत्र व सहकारिता में व्यापार की सुगमता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5,099 सहकारी सभाएं कार्यरत हैं, जिनमें 19 लाख 15 हजार सदस्यों के पास 490 करोड़ रूपये के शेयर, 37,250 करोड़ रूपये अमानतों और 50614 करोड़ रूपये कार्यशील पूंजी के रूप में है।

रजिस्ट्रार काॅप्रेटिव सोसाईटी संदीप कदम ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा सहकारिता विभाग की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसके अलावा चेयरमेन हिमकैप्स काॅलेज बढे़ड़ा विक्रमजीत ने सहकारिता क्षेत्र में चलाए जा रहे प्रदेश के एकमात्र हिमकैप्स काॅलेज की गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।

इस मौके पर राज्य सहकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विजय कुमार ने अपनी मांगें रखी जिन पर उप मुख्यमंत्री ने रजिस्ट्रार काॅपरेटिव सोसाईटी को सहानभूति पूर्वक विचार करने को कहा। इसके अलावा राज्य सहकारी कर्मचारी संघ के प्रवीण शर्मा ने भी अपने विचार सांझा किए।इस अवसर पर हिमकैप्स काॅलेज के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

इन्हें किया सम्मानित

उप मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्राओं को सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त उनहोंन सहकारिता प्रबंधन में डिप्लोमा प्रशिक्षुओं को भी सम्मानित किया जिसमें सहकारी प्रशिक्षण केंद्र गारली की इंदु वाला प्रथम, अंकिता देवी द्वितीय, दिनेश कुमार तृतीय तथा सहकारी प्रशिक्षण मशोबरा के संजय वर्मा प्रथम, निर्मला देवी द्वितीय तथा अखिल शर्मा तृतीय स्थान का पुरस्कार मिला। इसके अलावा सहकारी प्रशिक्षण केंद्र गारली की अनुराधा को आॅडिटर कोर्स में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

ये रहे उपस्थित

समारोह में जिला कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, प्रदेश कांगे्रस कमेटी के सचिव अशोक ठाकुर, चेयरमेन ओबीसी सेल जिला कांग्रेस कमेटी प्रमोद कुमार, लीगल सेल के अध्यक्ष वरिन्द्र मनकोटिया, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष  विनोद बिट्टू, उपायुक्त राघव शर्मा, एसपी अर्जित सेन ठाकुर, अतिरिक्त पंजीयक सहकारी सभाएं केवल शर्मा, हरीश गज्जू, संयुक्त पंजीयक सहकारी सभाएं नीरज सूद, उप पंजीयक सहकारी सभाएं प्रत्यूष चैहान, प्रशासक हिमकोफैड गौरव चैहान, सहाक पंजीयक राकेश शर्मा, अध्यक्ष जिला ऊना सहकारी विकास संघ राजेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष जिला सहकारी विकास संघ बिलासपुर हरी बल्लभ कौशल, राज्य प्रबंधक ईफ्फको भूवनेश पठानिया, उपाध्यक्ष हिमकैप्स सुमित शर्मा, संतराम वैद, एमपी चैपड़ा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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