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बनलगी में स्थापित होगा टमाटर आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग – राम कुमार चौधरी

सोलन / 1 फरवरी / न्यू सुपर भारत

मुख्य संसदीय सचिव (उद्योग, राजस्व एवं नगर नियोजन) राम कुमार चौधरी ने कहा कि दून विधानसभा क्षेत्र के बनलगी में शीघ्र ही टमाटर आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित किया जाएगा। इस कार्य में स्थानीय किसान कृषक उत्पादक संगठन का पूर्ण सहयोग लिया जाएगा। राम कुमार चौधरी आज दून विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत दाड़वा के बनलगी में किसान मेला एवं किसान उत्पादक संगठन पर जागरूकता शिविर को सम्बोधित कर रहे थे।

किसान मेला एवं किसान उत्पादक संगठन जागरूक शिविर का आयोजन डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कृषि विज्ञान केन्द्र (कण्डाघाट) सोेलन द्वारा किया गया।राम कुमार चौधरी ने कहा कि किसानों की आर्थिकी को मज़बूती प्रदान करने के लिए आवश्यक है कि उन्हें उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिले। उन्होंने कहा कि इस दिशा में कृषि एवं बागवानी आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला टमाटर के उत्पादन में अग्रणी है और ज़िला में टमाटर आधारित प्रसंस्करण उद्योग के माध्यम से आर्थिकी में बदलाव की व्यापक सम्भावनाएं हैं।

मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र ही बनलगी में टमाटर आधारित प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करेगी। इससे जहां प्रदेश में उत्पादित होने वाले टमाटर की फसल का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित होगा वहीं किसानों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी। उन्होंने कहा कि प्रसंस्करण उद्योग स्थानीय युवाओं को बेहतर रोज़गार एवं स्वरोज़गार उपलब्ध करवाने में भी सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि बनलगी में इस उद्योग की स्थापना के लिए समुचित भूमि आबंटित की गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में स्थापित होने वाले उद्योग एवं ग्राम वासियों की सुविधा के लिए मार्ग निर्माण का मामला वन अधिकार अधिनियम के तहत समुचित कार्यवाही के लिए उच्च स्तर पर प्रेषित किया जाएगा।  

राम कुमार चौधरी ने कहा कि हिमाचल की आर्थिकी मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है तथा प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र में उन्नत तकनीक के उपयोग पर विशेष बल दे रही है। प्रदेश की सभी मण्डियों में मूलभूत सुविधाएं एवं आवश्यक अधोसरंचना उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को उपज का उचित मूल्य एवं उन्नत तकनीक प्रदान करना सुनिश्चित बनाया जा रहा है।उन्होंने किसान मेले के आयोजन तथा किसान उत्पादक संगठन के विषय में जागरूकता शिविर आयोजित करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र सोलन की सराहना की। उन्होंने क्षेत्र के सभी किसानों से आग्रह किया कि कृषक उत्पादक संघ से जुड़कर अपनी तथा प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में सहायक बनंे।

उन्होंने तदोपरांत ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के अंतर्गत स्थानीय निवासियों की जन समस्याएं सुनी और इनके उचित निपटारे के निर्देश दिए। कार्यक्रम में लिखित में 70 तथा मौखिक रूप से 32 समस्याएं प्राप्त हुई।कृषि विज्ञान केन्द्र (कण्डाघाट) सोलन के प्रभारी डॉ. जितेन्द्र चौहान ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए किसान उत्पादक संगठन के विषय में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. इन्द्र देव ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा धर्मपुर विकास खण्ड के लिए एक किसान उत्पादक संगठन (द कसौली हिल फार्म प्रोडयूसर, प्रोसेसिंग, एवं मार्किटिंग को-ओपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, धर्मपुर) गठित किया गया है। इस संगठन में अभी तक धर्मपुर विकास खण्ड के 155 किसानों ने पंजीकरण करवाया है।

उन्होंने किसानों को इस संगठन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया और वह किसी भी प्रकार के शोषण से बचे रहेंगे। इस संगठन के द्वारा किसानों को भविष्य में सस्ते दरों पर बीज, दवाईयां व कृषि उपकरण भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।किसान मेले में कृषि विभाग, उद्यान विभाग व विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के द्वारा प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।

क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण सेन, ग्राम पंचायत दाड़वा के प्रधान रमेश ठाकुर, ज़िला उद्योग महाप्रबंधक सुरेंद्र ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक परवाणू प्रणव चौहान, ज़िला ग्रामीण विकास अभिकरण की परियोजना अधिकारी रजनी गौतम, ज़िला पंचायत अधिकारी जोगिंदर राणा, कृषि उपनिदेशक सीमा कंसल, आत्मा के योगराज चौहान, नायब तहसीलदार किशनगढ़ सूरत सिंह, हिमालय कार्टन के एम.डी. रवि देसाई, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान कार्यक्रम में उपस्थित थे।

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