शिमला / 04 मई / न्यू सुपर भारत ///
भाजपा के मंसूबों पर पानी फेरने का मजबूत इरादा दिखाने वाली कांग्रेस प्रत्याशी चयन के मामले में कछुआ चाल से चल रही है। असमंजस के बाद रुक-रुक कर आगे बढ़ी कांग्रेस के कदम एक बार फिर उपचुनाव की तीन सीटों पर ठिठक गए हैं।धर्मशाला, बड़सर और लाहौल-स्पीति हलकों में उपचुनाव की जंग जोर पकड़ चुकी है लेकिन, सत्ताधारी पार्टी के चुनावी चेहरों पर छाई सियासी धुंध छंट नहीं पाई है।दरअसल, भाजपा के बागियों की कांग्रेस में एंट्री के विरोध ने तीनों विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के टिकट लटका दिए हैं।
कांग्रेस के स्थानीय नेता लाहौल-स्पीति में रामलाल मारकंडा और धर्मशाला में राकेश चौधरी को टिकट देने के हक में नहीं हैं। पार्टी के भीतर चल रहे विरोध को शांत करने में प्रदेश नेतृत्व जुटा हुआ है। अब 27 दिन बचे हैं मतदान के लिए हिमाचल में एक जून को मतदान होना है। इस हिसाब से चुनावी जंग के लिए अब 27 दिन ही भाजपा और कांग्रेस के हाथ में हैं।प्रदेश में लोकसभा की चार सीटों में से मंडी और शिमला के लिए काफी पहले टिकट की घोषणा कर चुकी कांग्रेस ने कांगड़ा और हमीरपुर संसदीय क्षेत्रों के लिए 30 अप्रैल को प्रत्याशी घोषित किए।
उपचुनाव की बात करें तो 26 अप्रैल को सुजानपुर, गगरेट और कुटलैहड़ हलकों में प्रत्याशी मैदान में उतारने के बाद कांग्रेस के कदम फिर ठहर गए हैं। तीन अन्य सीटों पर आज-कल घोषणा हो जाने की संभावनाओं के बीच प्रत्याशियों का इंतजार लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को भी संभावनाओं व उम्मीदों के बावजूद धर्मशाला, बड़सर व लाहौल स्पीति हलकों से पार्टी के चुनावी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं हो पाया।