भाजपा की राजनीतिक संकट खड़ा करने की साज़िश हुई नाकाम : नेगी
शिमला / 24 अप्रैल / न्यू सुपर भारत ///
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक संकट खड़ा करने की भाजपा की साजिश पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है और अब भाजपा नेता बौखलाहट में हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए अरबों रुपये का लेन-देन किया, विधायकों की ख़रीद फरोख्त की, लेकिन भाजपा की मंशा पूरी नहीं हो सकी।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि कांग्रेस के पास 40 विधायक थे और तीन निर्दलीय विधायक भी राज्य सरकार के साथ थे, फिर भाजपा के पास ऐसी कौन की जादू की झड़ी थी कि तीन निर्दलीय विधायकों के अलावा कांग्रेस के छह विधायक भाजपा के साथ जा मिले। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास हॉर्स ट्रेडिंग के पुख्ता प्रमाण हैं। यह जयराम ठाकुर व भाजपा का सत्ता लोभ ही था, कि उन्होंने प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की। सरकार गिराने के षड्यंत्र में केंद्र सरकार ने भी भाजपा का साथ दिया और केंद्रीय एजेसियों का दुरुपयोग किया। कांग्रेस के छह दागी विधायकों को केंद्र सरकार ने सुरक्षा प्रदान की, उन्हें चार्टर्ड प्लेन और हेलीकॉप्टरों की सैर कराई और महँगे फ़ाइव स्टार होटलों में ठहराया। लेकिन इसके बावजूद भाजपा का ऑपरेशन लोट्स फेल हो गया और भाजपा के इरादे कामयाब नहीं हुए।
राजस्व मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की ताक़त है। भाजपा के पास धनबल होगा लेकिन कांग्रेस के पास जनबल है और इसी के सहारे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी। यही नहीं वर्ष 2027 में जनता के विश्वास पर खरा उतरते हुए कांग्रेस पार्टी एक फिर सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर सत्ता के बिना मछली की तरह छटपटा रहे हैं और वर्ष 2022 में मिले जनादेश को पचा नहीं पा रहे हैं।
इसलिए जो काम जनता के वोट से नहीं हो पाया, उसे भाजपा ने धनबल से करने का प्रयास किया है, जो असफल हो चुका है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष अपनी कुर्सी की पेटी अच्छी तरह से बांध कर रखें क्योंकि अभी उन्हें लंबे समय तक इसी कुर्सी पर बैठना पड़ेगा। जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश की जनता बिकाऊ राजनीति नहीं, बल्कि टिकाऊ राजनीति में विश्वास रखती है। इसलिए प्रदेश की जनता ख़रीदने वालों और बिकाऊ नेताओं को सबक़ सिखाने के लिए तैयार बैठी है। एक जून को प्रदेश के मतदाता भाजपा को करारा जवाब देंगे और इसके बाद जयराम ठाकुर का सपना अधूरा रह जाएगा।