शिमला / 17 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा के सम्मेलन कक्ष में हवाई अड्डा पर्यावरण प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए हवाई अड्डा के आसपास के 10 से 15 किलोमीटर क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अनधिकृत निर्माण गतिविधि पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने उपमण्डल दण्डाधिकारी शिमला ग्रामीण निशांत कुमार को हवाई अड्डा प्रबंधन के साथ मिलकर हवाई अड्डा के सिंगल एंट्री और एग्जिट के अतिरिक्त अन्य मार्ग के लिए संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वन विभाग को हवाई अड्डा के एकल पहुँच मार्ग पर लटक रही पेड़ों की टहनियों की छंटाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने वन विभाग के अधिकारीयों को वन्य जीव की गतिविधियों को नियंत्रित करने के निर्देश दिए ताकि कोई वन्य प्राणी एयरफील्ड पर न आए और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
उपायुक्त ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों को हवाई अड्डा के पहुँच मार्ग की जल निकासी नालियों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने हवाई अड्डा की मुख्य सड़क की साफ़ सफाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में निदेशक, जब्बरहट्टी हवाई अड्डा धनपाल सहित वन, स्वास्थ्य, केंद्रीय लोक निर्माण, अग्निशमन व अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा पर किया मॉक ड्रिल का आयोजन
इससे पूर्व, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी और निदेशक, जब्बरहट्टी हवाई अड्डा धनपाल की उपस्थिति में जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा पर विभिन्न विभागों के अधिकारीयों के साथ मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें हवाई जहाज की इमरजेंसी लैंडिंग होने की स्थिति में हुए हादसे से निपटने पर राहत एवं बचाव कार्य किया गया। इस दौरान अग्निशमन अधिकारीयों द्वारा जहाज में लगी आग पर काबू पाया गया, हादसे में घायल लोगों को ढूंढ़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया, हादसे में गंभीर घायलों को आईजीएमसी शिमला रेफेर किया गया तथा आंशिक रूप से घायलों का प्रथम उपचार किया गया। मॉक ड्रिल का आयोजन 17 मिनट में सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया।