पैराग्लाइडिंग गतिविधियों के संचालन हेतु बनेगा ऐरो स्पोर्ट्स क्लब: उपायुक्त
धर्मशाला / 8 नवम्बर / न्यू सुपर भारत
जिला कांगड़ा को साहसिक पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। बीड़ बिलिंग में हाल ही में सम्पन्न हुए प्री-पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के बाद अब धर्मशाला की नरवाणा पैराग्लाइडिंग साइट पर भी इसका आयोजन किया जा रहा है। जिला प्रशासन कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहा है। जिले में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों के लिए चार साइटों को विकसित किया जा रहा है। जिसमें बीड़ बिलिंग, इंद्रुनाग, नरवाणा और मझीण में सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने आज बुधवार को धर्मशाला में आयोजित जिला स्तरीय पैराग्लाइडिंग नियामक समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
डीसी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में पैराग्लाइडिंग और अन्य साहसिक खेलों से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व स्तरीय स्थान उपलब्ध हैं और लोग देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से इसका लुत्फ उठाने के लिए यहां आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने विशेषकर जिले को साहसिक पर्यटन का हब बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को जिले की चारों पैराग्लाइडिंग साइट के विकास और वहां सुविधाएं बढ़ाने के लिए काम करने को कहा।
ऐरो स्पोर्ट्स क्लब करेगा गतिविधियों का संचालन
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि जिले में पैराग्लाइडिंग से जुड़ी गतिविधियों के संचालन के लिए ऐरो स्पोर्ट्स क्लब बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐरो स्पोर्ट्स क्लब में पैराग्लाइडिंग ऑपरेटरों और प्रशासनिक अधिकारियों को सम्मलित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐरो स्पोर्ट्स क्लब के बनने के बाद पैराग्लाइडिंग से जुड़ी सारी गतिविधियों को इसके माध्यम से रेगुलेट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐरो स्पोर्ट्स क्लब के माध्यम से पैराग्लाइडिंग गतिविधियों के संचालन में सभी नियमों की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी।
नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
उपायुक्त ने पैराग्लाइडिंग ऑपरेटरों को निर्देश दिए कि पैराग्लाइडिंग की उड़ाने निर्धारित समय पर ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत बार देखने में आया है कि पैराग्लाइडिंग पायलट उड़ान के लिए मनमर्जी करते हैं और निर्धारित समय के अवाला भी उड़ान भरते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पायलट खराब मौसम में भी उड़ान भरते हैं। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पायलट निर्धारित उड़ानों से ज्यादा उड़ान न भर सके। उपायुक्त ने कहा कि जो भी ऑपरेटर या पायलट नियमों का उल्लंघन करते हुए लोगों की जान खतरे में डालते हैं, उसके विरुद्ध नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें आर्थिक दंड के अलावा लाइसेंस तक रद्द किए जाएंगे।
मार्शलों की तैनाती हो सुनिश्चित
उपायुक्त ने कहा कि पैराग्लाइडिंग साइट्स पर मार्शल की तैनाती सुनिश्चित की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी दिनों में धर्मशाला के नरवाणा में होने वाले प्री-पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप में उपयुक्त मार्शलों की तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि नियमानुसार मार्शलों की तैनाती आवश्यक है, जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके तथा त्वरित कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके।
जिले में हैं 14 पंजीकृत पैराग्लाइडिंग संचालन इकाइयां
कांगड़ा जिले में 14 पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन अथवा संचालन इकाइयां, 346 पायलट और 387 पैराग्लाइडिंग इक्यूप्मेंट पंजीकृत हैं। पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन अथवा संचालन इकाईयों में 8 बीड़ बिलिंग में, 4 इंद्रुनाग में, तथा एक-एक नरवाणा और मझीण में कार्यशील हैं।
ये रहे उपस्थित
बैठक में पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विनय धीमान, एसडीएम बैजनाथ और एसडीएम धर्मशाला तथा जिले भर की पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन अथवा संचालन इकाइयों के प्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।