स्पोर्ट्स, सिग्नेचर, सेल्फी और शपथ के माध्यम से दिया मतदान का संदेश
हमीरपुर / 03 अप्रैल / न्यू सुपर भारत ///
हिमाचल प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान 60 प्रतिशत से कम मतदान वाले 414 मतदान केंद्रों में इस बार मतदान प्रतिशतता बढ़ाने के लिए मिशन-414 आरंभ किया गया है। इसमें हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र का मतदान केंद्र 90-चंगर भी शामिल है। बुधवार को इस मतदान केंद्र पर भारत निर्वाचन आयोग के मतदाता जागरुकता कार्यक्रम ‘स्वीप’ यानि सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचन सहभागिता और मिशन-414 के तहत एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
विधानसभा क्षेत्र 38-हमीरपुर की स्वीप नोडल अधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी हिमांशी शर्मा के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यक्रम में आम मतदाताओं को विभिन्न स्पर्धाओं, खेलकूद, सेल्फी, हस्ताक्षर अभियान और अन्य गतिविधियों के माध्यम से मतदान के लिए प्रेरित किया गया।
केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला नालांगर में स्थित इस मतदान केंद्र पर आयोजित इन जागरुकता गतिविधियों में स्थानीय मतदाताओं, विशेषकर महिलाओं और युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी कार्यालय के एसबीपीओ किशोरी लाल ने लोगों को मतदान के महत्व से अवगत करवाया तथा उन्हें आने वाले सभी चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मतदाताओं को भारत निर्वाचन आयोग के विभिन्न दिशा-निर्देशों और आदर्श आचार संहिता के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के लिए म्यूजिकल चेयर और युवाओं के लिए क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसके साथ-साथ हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से भी मतदाताओं को मतदान का संदेश दिया गया। पहली बार मतदान करने जा रहे नए मतदाताओं के लिए सेल्फी प्वाइंट भी स्थापित किया गया, जिसमें उन्होंने ‘आई एम रेडी टू वोट’ यानि ‘मैं मतदान के लिए तैयार हूं’, का संकल्प लिया। इन सभी गतिविधियों में भाग लेने वाले नए युवा मतदाताओं, महिलाओं और अन्य मतदाताओं को पुरस्कृत भी किया गया।
आगामी चुनाव में इस बूथ पर अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए बूथ जागरुकता समूह भी गठित किए गए। एसबीपीओ ने बूथ लेवल अधिकारी अनीता कुमारी को इन समूहों को मतदान की तिथि तक पूरी सक्रिय रखने के निर्देश दिए, ताकि चंगर बूथ पर शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत चंगर के समस्त जनप्रतिनिधियों, महिला मंडलों, स्वयं सहायता समूहों और अन्य स्थानीय संगठनों के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।