बड़सर शाहतलाई को कीरतपुर फोरलेन से जोड़ने वाला 330 मीटर लंबा बागछाल पुल बनकर हुआ तैयार
हमीरपुर / 08 फरवरी / रजनीश शर्मा
हमीरपुर जिला के बड़सर क्षेत्र को शहतलाई होते हुए कीरतपुर फोरलेन से जोड़ने वाला बागछाल पुल बनकर तैयार हो गया है। इससे बड़सर , नयनादेवी और झंडूता विधानसभा क्षेत्र आपस में जुड़ेंगे तथा चंडीगढ़ व दिल्ली की दूरी कम होगी , इंजीनियरिंग स्किल्स का अद्भुत और बेजोड़ नमूना बागछाल पुल शीघ्र ही यातायात के लिए खुल जायेगा।
एशिया में सबसे लंबे कंकरीट कैंटिलीवर स्पैन (185 मीटर) के चलते झंडूता विधानसभा क्षेत्र की विशेष पहचान बने बागछाल पुल गोविंदसागर झील पर निर्मित 330 मीटर लंबा यह पुल इंजीनियरिंग स्किल्स का अद्भुत और बेजोड़ नमूना है। गोविंद सागर पर बागछाल पुल के निर्माण की मांग वर्ष 1994 में उठी थी। लगभग एक दशक के इंतजार के बाद इसका शिलान्यास किया गया। हालांकि शुरुआत में इसका काम जोरशोर से चलता रहा, लेकिन 2007 से पहले ही तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए इसे अधूरा छोड़ दिया।
उसके बाद अगले एक दशक तक यह पुल केवल चुनावी मुद्दा ही बना रहा। चुनाव के समय बागछाल पुल का मुद्दा भुनाने में राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ते थे, लेकिन चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद इसे भूल जाते थे। आखिर लंबे इंतजार के बाद कोटधार जैसे पिछड़े क्षेत्र को मुख्यधारा में लाने का काम अब यह बागछाल पुल करेगा। करीब 65 हजार लोगों के लिए बिलासपुर मुख्यालय अब घटकर तीस किलोमीटर रह जाएगा जोकि पहले 70 से 100 किलोमीटर की दूरी पर था।