हिमाचल के दामाद लेफ्टिनेंट जनरल पांडे के हाथ होगी कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) की रखवाली की कमान
हमीरपुर / 25 फरवरी / रजनीश शर्मा
हिमाचल के हमीरपुर जिला से संबंध रखने वाले लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू की जगह श्रीनगर स्थित XV कोर की कमान संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे हमीरपुर के टोनी देवी देवी तहसील के सकंदर पंचायत के निवासी कर्नल पंजाब सिंह के दामाद हैं। कर्नल पंजाब सिंह को 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में बेहतर शौर्य प्रदर्शन के कारण वीर चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। इस बारे में कर्नल पंजाब सिंह ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे गोरखपुर के निवासी हैं और उनके दामाद हैं। लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे को XV कोर, जिसे चिनार कोर भी कहा जाता है की कमान दी गई है ।चिनार कोर ने आज तक पाकिस्तान और चीन के साथ सभी सैन्य संघर्षों में भाग लिया है।
एक रक्षा अधिकारी ने कहा, “लेफ्टिनेंट जनरल पांडे अगले महीने चिनार कॉर्प्स कमांडर के रूप में पदभार संभाल रहे हैं।” वर्तमान में, वह प्रादेशिक सेना के महानिदेशक के रूप में तैनात हैं।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से संबंधित लेफ्टिनेंट जनरल पांडे को दिसंबर 1985 में द सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट में नियुक्त किया गया और वह पुणे में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं।वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली में राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज से एम फिल, राष्ट्रीय युद्ध कॉलेज से राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में एमएससी, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, वाशिंगटन डीसी से स्नातक हैं।
उन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर से मद्रास विश्वविद्यालय से एम। की डिग्री और वरिष्ठ स्तर के रक्षा प्रबंधन में डिप्लोमा भी किया है।
माउंटेन वारफेयर पाठ्यक्रमों में योग्य, हाई एल्टीट्यूड क्षेत्रों में उनके कई कार्यकाल थे और उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर और चुशुल सेक्टर में अपनी बटालियन की कमान संभाली थी। उन्होंने कश्मीर घाटी में एक राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर और एक काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स की भी कमान संभाली है।
वह अप्रेशन VIJAY (कारगिल) के दौरान हाई एल्टीट्यूड एरिया में ब्रिगेड के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के प्रशिक्षक और सहायक प्रशिक्षक रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल पांडे को उनकी 35 वर्षों की लंबी सेवा के दौरान कई अन्य पुरस्कारों के अलावा अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से अलंकृत किया गया है।