चंबा / 31 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त अपूर्व देवगन की अध्यक्षता में आज उनके कार्यालय कक्ष में ईएमबीआईबीई (EMBIBE) संस्था एवं विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया गया ।बैठक में वर्चुअल माध्यम से ईएमबीआईबीई (EMBIBE) संस्था के समन्वयक जेएस अंगद जुड़े रहे।उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यार्थियों की लर्निंग आउटकम में सुधार हेतु संस्था की ईएमबीआईबीई मोबाइल एप्लीकेशन तथा वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही पाठ्य सामग्री का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मोबाइल एप्लीकेशन और वेबसाइट के माध्यम से प्रत्येक बच्चे के व्यक्तिगत मार्गदर्शन और सीखने के परिणाम में सुधार सुनिश्चित किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि इस एप्लीकेशन का उद्देश्य नई शिक्षा नीति के तहत निर्धारित लक्ष्य को हासिल करना है।उन्होंने कहा कि अभी तक 15 शिक्षा खंडों के 396 स्कूल मोबाइल एप्लीकेशन पर पंजीकृत किया जा चुके हैं इसके अतिरिक्त 453 प्रबंधन और 1506 शिक्षक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत हैं।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिला में कार्यशील नवोदय विद्यालय व एकलव्य विद्यालयों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। उन्होंने जिन स्कूलों में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां पर ऑफलाइन माध्यम से पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा।उपायुक्त ने कहा कि निर्धारित स्कूलों के लक्ष्य को जल्द पूर्ण करने के लिए अधिकारी आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए की इस मोबाइल एप्लीकेशन का व्यापक प्रसार प्रचार करने के लिए शिक्षा खंड स्तर और जिला स्तर पर विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए ताकि अधिक से अधिक बच्चों को इसकी जानकारी उपलब्ध हो सके।
उपायुक्त ने यह भी बताया कि ज़िला में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए नीति आयोग के सौजन्य से ईएमबीआईबीई (EMBIBE) संस्था के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा तैयार की गयी वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन को ज़िला शुरू किया गया है।उपायुक्त ने बताया कि ईएमबीआईबीई संस्था विद्यार्थियों की लर्निंग आउटकम में सुधार हेतु एप्लीकेशन तथा वेबसाइट के माध्यम से पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है ।
इस एप्लीकेशन व वेबसाइट के माध्यम से कक्षा छठी से आठवीं तक के विद्यार्थी गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान तथा कक्षा नौवीं व दसवीं के विद्यार्थी गणित व विज्ञान और इसी प्रकार 11वीं व 12वीं विज्ञान संकाय के विद्यार्थी भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित व जीव विज्ञान की पढ़ाई अध्यापकों के मार्गदर्शन व स्वयं भी कर सकेंगे । इस ऐप व वेबसाइट के माध्यम से विद्यार्थी स्वयं भी अपना मूल्यांकन व उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी सहायता मिल रही है l यह सुविधा नीति आयोग द्वारा जिला के 432 से अधिक विद्यालयों में आगामी दो वर्षों के लिए नि:शुल्क प्रदान होगी ।
बैठक में जिला योजना अधिकारी गौतम शर्मा, उपनिदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाडक, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा सुमन मिन्हास मौजूद रहे।