शिमला / 14 अक्तूबर / एन एस बी न्यूज़
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश लिंगप्पा नारायण स्वामी के स्वागत में आज उच्च न्यायालय में फुल कोर्ट रेफरेंस का आयोजन किया गया। उन्होंने 6 अक्तूबर, 2019 को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में 25वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था।
कार्यवाही का संचालन रजिस्ट्रार जनरल वीरेन्द्र सिंह ने किया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति एल. नारायण स्वामी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करने पर वह अत्याधिक प्रसन्न व गौरवान्वित महसूस कर हैं क्योंकि यहां के लोग ईमानदार, सरल तथा भगवान से डरने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका देश के साथ-साथ प्रदेश में भी लोगों को न्याय दिलवाने तथा उनके अधिकारों की सुरक्षा में अहम् भूमिका निभाती है। इसलिए भारत के संविधान के तहत कानून और हमारी राजनीति के लोकतांत्रिक आधार को संरक्षित करने के लिए न्यायपालिका को निचले स्तर से ही मजबूत और सुव्यवस्थित किया जाना चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश ने आश्वासन दिया कि उक्त तथ्यों तथा उच्च न्यायालय के लम्बित मामलों के साथ-साथ प्रदेश में निचली न्यायपालिका को ध्यान मंे रखते हुए वह न्यायिक प्रणाली को मजबूत बनाने और सुव्यवस्थित करने के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए बार एसोसिएशन और उच्च न्यायालय के कर्मचारियों से पूर्ण सहयोग और समन्वय की अपेक्षा करते हैं ताकि अदालत में आने वाले लोग संतुष्ट होकर जाएं।
न्यायमूर्ति धर्म चन्द चैधरी ने एल. नारायण स्वामी के न्यायालय में पहले दिन पर उनका स्वागत तथा अभिनंदन किया और कहा कि न्यायमूर्ति नारायण स्वामी निष्पक्ष और निडर होकर निर्णय देते हैं तथा वह न्यायाधीश के रूप में गहरा और विविध अनुभव रखते हैं। उनके दृढ़ निश्चय, गतिशील दूरदर्शिता, प्रशासनिक योग्यता, विविध अनुभव के साथ राज्य न्यायपालिका अधिक ऊंचाइयों और उपलब्धियों को प्राप्त करेगी।
महा अधिवक्ता अशोक शर्मा, बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय बार एसोसिशन के अध्यक्ष एन.एस. चन्देल तथा भारत के अतिरिक्त साॅलिसिटर जनरल राजेश शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।
न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चैहान, न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा, न्यायमूर्ति चंदर भूषण बारोवालिया, न्यायमूर्ति अनूप चितकारा और न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश कुलदीप सिंह, न्यायमूर्ति डी.डी. सूद, न्यायमूर्ति वी.के. शर्मा, हिमाचल प्रदेश उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति पी.एस. राणा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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