शिमला / 13 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
हिमाचल प्रदेश में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमारी को लेकर सलाह जारी की है। अस्पतालों को बुखार पीड़ित मरीजों की जांच करने को कहा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि यह बीमारी मच्छर के काटने से होती है।
इसके काटने से तेज बुखार हो सकता है। रोग के प्रति लापरवाही बरतने से रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। तेज बुखार होने पर डॉक्टर अस्पताल जाने की सलाह देते हैं। तीन से चार दिन में मरीज ठीक हो जाता है। स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न जिलों में आने वाले बुखार के मरीजों पर कड़ी नजर रखने को कहा है। मरीजों को डेंगू से संबंधित लक्षण विकसित होने पर टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य सचिव एम सुधा ने कहा कि बीमारी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। निमोनिया, डायरिया और डेंगू के मामलों की रिपोर्ट प्रतिदिन मांगी जा रही है। अस्पताल में बीमारी से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं।
डेंगू के लक्षण
- मरीज को अचानक तेज बुखार
- सिर, आंखों के पीछे, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, थकान, उल्टी आना
- शरीर पर लाल दाने होना डेंगू के प्रमुख लक्षण हैं
ऐसे करें बचाव
डेंगू मच्छरों के काटने से फैलता है और डेंगू के अधिकतर मामले शहरी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। अपने घरों के आसपास साफ-सफाई बनाए रखें। पानी जमा न होने देना। घरों के आसपास मच्छर न पनपने दें।