झज्जर / 5 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की पहल पर अंतिम व्यक्ति के कल्याण के लिए समर्पित यह कार्यक्रम देश अपनी तरह का अनूठा प्रयास है। उन्होंने यह बात मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आयोजित अंत्योदय मेला की प्रगति की समीक्षा करते हुए कही।
कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि अंत्योदय मेला के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन करने वालों को अनावश्यक चक्कर न लगवाए। जिस विभाग के माध्यम से आवेदन बैंक को प्रेषित हुआ उस विभाग के प्रतिनिधि आवेदक के घर पहुंचकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी करवाएंगे।
उन्होंने कहा कि कोई भी आवेदक अगर योजना का लाभ उठाने के लिए इंकार करता है तो संबंधित विभाग उसकी रिपोर्ट तुरंत एडीसी कार्यालय में भिजवाएंगे। एडीसी कार्यालय से संबंधित एसडीएम के माध्यम से उस परिवार की काउंसलिंग की जाएगी ताकि उसके स्थान पर परिवार के किसी अन्य सदस्य को योजना का लाभ दिया जा सके।
डीसी को बैठक में एडीसी जगनिवास ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में दो राउंड के अंत्योदय मेला के उपरांत विभिन्न विभागों को 1717 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें 1052 को स्वीकृति मिली और आवश्यक प्रक्रिया के उपरांत 888 को ऋण योजनाओं के लिए बैंको को प्रेषित कर दिया गया। जिन आवेदनों को स्वीकृति नहीं मिली उन आवेदनों की दोबारा समीक्षा की जा रही है।
डीसी ने विभिन्न विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि कार्यक्रम का लाभ पहुंचाने के लिए किसी भी स्तर पर लापरवाही न की जाए। सभी विभागों के अधिकारी लीड बैंक मैनेजर के माध्यम से अपने विभाग से संबंधित योजनाओं का जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे।
इस अवसर पर डीएमसी प्रदीप कौशिक, बहादुरगढ़ के एसडीएम भूपेंद्र सिंह, झज्जर की एसडीएम शिखा, बादली के एसडीएम विशाल कुमार, सीएमजीजीए तान्या, डीआरओ प्रमोद चहल, जिला समाज कल्याण अधिकारी बीरेंद्र यादव, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अमित बंसल, डीडीए डा. मनीष डबास, झज्जर नगर परिषद के ईओ अरुण नांदल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।