विकास एवं पंचायत मंत्री और सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन ने शिकरत कर लिया आशीर्वाद
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टोहाना / 31 दिसम्बर / न्यू सुपर भारत
श्री राम मंदिर अयोध्या जी से पूजित अक्षत कलश शोभा यात्रा प्राचीन पंचमुखी शिव मंदिर जोहड़वाला से श्री बालाजी मंदिर अनाज मंडी टोहाना तक आयोजित हुई। इस कलश यात्रा में शहरवासी बड़े उत्साह और उमंग के साथ शामिल हुए और भगवान श्रीराम का आशीर्वाद लिया।भक्तों ने भगवान श्रीराम के जयकारों से शहर को गुंजायमान भगवान का गुणगान कर सबके सुख शांति की कामना की।
विकास एवं पंचायत मंत्री श्री देवेंद्र सिंह बबली और हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो एवं किसान कल्याण प्राधिकरण के चेयरमैन सुभाष बराला ने कलश यात्रा में शामिल होकर सुख समृद्धि की कामना की।
विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि भगवान श्रीराम हमारे पूजनीय है। श्री अयोध्या धाम में बनकर तैयार हो रहा भव्य श्रीराम मंदिर हम सबके आस्था का प्रतीक है। भगवान राम का चरित्र हमे न्याय के मार्ग पर चलने की शिक्षा देता है। भगवान राम के दिखाए न्याय के रास्ते पर चलकर हमे देश सेवा में आगे रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी का जीवन हमें मर्यादाओं का पालन कर सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने की सीख देता है। प्रभु श्री राम सभी पर अपनी कृपा दृष्टि व आशीर्वाद बनाए रखें। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन, उनकी कर्तव्यनिष्ठा और उच्च आदर्श पूरी मानवता के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने आह्वान किया कि हम सब प्रभु राम के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान का संकल्प लें
हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो एवं किसान कल्याण प्राधिकरण के चेयरमैन सुभाष बराला ने कहा कि श्री अयोध्या धाम में बन रहे भव्य श्री राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को राम मन्दिर के गर्भगृह में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह हम देशवासियों के लिए बड़े गर्व और ख़ुशी के क्षण है। लोगों में बड़े उत्साह का माहौल है। यह दिन देश के लिए ऐतिहासिक होगा। सुभाष बराला ने भगवान राम के चरित्र को अपने जीवन में ढालने का आह्वान करते हुए कहा कि उनके जीवन के प्रत्येक पहलू से हमें कुछ न कुछ सीखने का अवसर मिला है। एक पुत्र, एक भाई, एक पिता तथा एक पति के रूप में उनके जीवन से बहुत कुछ सिखा जा सकता है। उन्होंने राजधर्म और धर्म युद्ध की मर्यादाओं को निभाने की अनेक मिसाल कायम की है। सेवा परमो धर्म का उनका कथन आज भी बेहद प्रासंगिक है।