अम्बाला / 10 सितम्बर / न्यू सुपर भारत
अंबाला जिले के साहा ब्लॉक में स्थित एक निजी रेस्तरां के परिसर में हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा बीएमसी और पीवीआर की गुणवत्ता संवर्धन एवं संरक्षण व जागरूकता के लिए क्षमता निर्माण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर घनश्याम शुक्ला आईएफएस, सदस्य सचिव, हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड ने शिरकत की व मंच का संचालन अनुराधा, जागरूकता एवं शिक्षा अधिकारी, हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड ने की।
इसके साथ-साथ उन्होंने जैव विविधता प्रबंधन समिति के सदस्यों को जैव विविधता अधिनियम 2002 के अंतर्गत उनके कार्य कर्तव्य व भूमिका के बारे में जागरूक किया।
इस अवसर पर घनश्याम शुक्ला ने कहा कि जैव विविधता का संरक्षण बहुत जरूरी है क्योंकि अगर मानव जीवन को इस धरा पर बचाना है तो जैव विविधता व प्राकृतिक संसाधनों का सतत उपयोग व इनका न्याय संगत बटवारा बहुत जरूरी है।
कार्यक्रम में सुरेश देशवाल ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। इसके साथ साथ कार्यक्रम में गुरमीत सिंह, वैज्ञानिक अधिकारी, हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड ने हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड की कार्यप्रणाली के बारे में प्रतिभागियों को विस्तृत रूप से बताया, उन्होंने हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा हर गांव में बनाए जाएं रहे लोक जैव विविधता रजिस्टर की गुणवत्ता सुनिश्चित कराए जाने के लिए प्रतिभागियों से अनुरोध किया ताकि हर गांव का एक अच्छा लोक जैव विविधता रजिस्टर तैयार हो सके जो वर्तमान में ही नहीं बल्कि भविष्य में भी हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध हो।
कार्यक्रम में जिला प्रशासन की ओर से लक्ष्मीकांत एडीए, डॉ वीरेंद्र पूनिया जिला उद्यान अधिकारी, डॉ सुखबीर सिंह रजिस्ट्रार गवर्नमेंट कॉलेज साहा, डॉ वीरेंद्र सिंह एसडीओ कृषि विभाग, श्रीमती रंजना देवी मत्स्य पालन विभाग, सतिंदर पाल एसडीओ पशुपालन विभाग तथा जिले की 25 जैव विविधता प्रबंधन समितियों के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संपूर्ण प्रबंधन हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड के जिला समन्वयक अंबाला विवेक नरवाल द्वारा किया गया व अरुण कुमार जिला समन्वयक पंचकूला भी मौजूद रहे।