अतिरिक्त डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रांगी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स एवं प्ले स्कूल की बैठक आयोजित की गई
हैदराबाद / 16 जनवरी / न्यू सुपर भारत
अतिरिक्त डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रांगी की राजधानी में मंगलवार को लघु सचिवालय के ऑडिटोरियम में जिला टास्क फोर्स एवं प्ले स्कूल की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एडीसी डॉ. रंगी ने पंचायत, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ गहनता से विचार-विमर्श किया।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लिंगानुपात में सुधार, प्ले स्कूल को मॉडल के रूप में विकसित करना, बाल विवाह रोकना, बच्चों के खानपान पर विशेष ध्यान देना आदि के संबंध में मानस को सलाह देने के लिए घनिष्ट असहमत के साथ विश्वसनीयता से अपने कर्तव्यों का पालन करें। जिले में 234 प्ले स्कूल बनाए गए हैं, जिनमें से ज्यादातर में टॉयलेट व प्रिंस आदि विभिन्न प्रकार के बच्चों को उपलब्ध कराया जा रहा है, जो हर्ष का विषय है। लेकिन कुछ प्ले सिलिकॉन में टॉयलेट और अन्य उपकरण उपलब्ध नहीं हैं, तो संबंधित अधिकारी शीघ्रता से सरकार के निर्देशानुसार सभी प्रकार के सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराने में देरी ना करें।
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव रखे। अतिरिक्त ने अधिकारियों के सुझावों पर ध्यान दें, सुनिश्चित करें कि सभी प्रकार की रैंक वाली मशीनें उपलब्ध हों, प्रथम चरण में दस प्ले स्कैलन्स को मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन मॉडलों में किचन, क्लीन स्प्राईज, साफ टॉयलेट, सफाई व्यवस्था, एआरओ, स्थिरता, बच्चों के बैठने की जगह के लिए फर्नीचर आदि की मांगें सुनिश्चित की जाएं। आगामी बैठक तक अधिकारी अपने-अपने हिस्से की कार्रवाई की रिपोर्ट सुनिश्चित करें।
एडीसी डॉ. रंगी ने कहा कि प्रथम चरण में जिले के गांव मुसेवाली, कुलां, अलीपुर बरोटा, बुवान, मुंडलिया, अजित नगर, बानावाली, गोरखपुर, सुखमनपुर, शानजिराही के प्ले स्कॉच को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के बेहतर स्वभाव, रहन-सहन, शिक्षा-दीक्षा, लिंगानुपात में सुधार, बाल विवाह पर पूर्णता आदि जन अभियान के लिए रोक लगाती है। अभियान में सामाजिक-धार्मिक कलाकारों के निर्माता, बिक्री एवं विकास मानस को भी शामिल करें। उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पर्याप्त मात्रा में पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि ग्रामों की बैठकों में संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर समीक्षा बैठक का आयोजन करें। उन्होंने फिल्मांकन से यह भी आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के खानपान आदि पर विशेष ध्यान दें। बच्चों को फोन आदि से बचाकर रखें। उन्हें चुनौती देने और पढ़ने के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर डीडीसी डीएलएप बलजीत चॉल, सीएमजी सुरभि पूंजीवादी, जिला कार्यक्रम अधिकारी जोगेंद्र, बीडीपीओ संदीप बिश्रोई, विकास लांग्यान, कार्यकारी छात्र आशुतोष देसवाल, जिला मूल शिक्षा अधिकारी वेद सिंह दहिया, बाल विवाह एवं महिला संरक्षण अधिकारी अग्रवाल संबंधित विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।