सुक्रात स्कूल के वार्षिकोत्सव में मसौधा मैनातिथि, कैबिनेट मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली
टोहाना / 15 जनवरी / न्यू सुपर भारत
प्रदेश के विकास एवं पंचायत महासचिव सिंह बबली ने कहा कि शिक्षा के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। छात्रों के विद्यालय जीवन में वार्षिकोत्सव का विशेष महत्व है क्योंकि इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में आत्म-संयम, विद्यालय की प्रगति में सहयोग देना और प्रमुखता से संपर्क स्थापित करना होता है। कैबिनेट मंत्री कैबिनेट ने कन्हड़ी गांव में सुक्रात सीनियर बैचलर स्कूल के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में सहकारिता मैनातिथि के रूप में छात्र-छात्राओं के साथ दीप समागम कर कार्यक्रम का अनुमोदन किया। कार्यक्रम में स्कूलों के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी।
विकास एवं पंचायत मंत्री मंडल सिंह बबली ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत करनी चाहिए। इस दौर में कड़ी मेहनत करने वाले छात्रों को सफलता मिलती है। ग्रामीण आंचल में भी प्राइवेट सेक्टर ने शिक्षा के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया है जिससे हमारे ग्रामीण बच्चों को शिक्षा का अच्छा अवसर मिला है। विद्यालय के वार्षिक उत्सवों के आयोजन से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा-प्रदर्शन, आत्माभिव्यक्ति और दायित्व की भावना को चरमोत्कर्ष के रूप में विकसित होने का पूरा अवसर मिलता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने या बढ़ावा देने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छे प्रयास किये गये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित परीक्षा एवं अन्य परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए प्रत्येक गांव में ई-लाइब्रेरी बनाई जा रही है। विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा पहले चरण में 1200 बिल्डिंग का शिलान्यास किया गया है जिसमें ई-लाइब्रेरी बनाने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि गांव में ई-लाइब्रेरी बनने से युवा साथियों को प्रतियोगिता की तैयारी के लिए गांव से दूर जाना था, अब ई-लाइब्रेरी बनने से सभी छात्र गांव में ही मिलेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज ही मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।
बच्चों को पढ़ने वाले परिवार जिम्मेवारियों के साथ सामाजिक जिम्मेवारी की साझेदारी में राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें खेलों और अन्य खेलों में भी आगे बढ़ाना चाहिए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों की भागीदारी जरूरी होनी चाहिए ताकि बच्चे देश व प्रदेश की संस्कृति एवं इतिहास के बारे में जान सकें।
इस माैके पर सुक्रात एजुकेशन सोसायटी के प्रधान सुरेंद्र नैन, सरपंच कंहड़ी राममेहर, सरपंच बलियाला धर्म सिंह, प्रमुख अादमीन सिंह, ओम प्रकाश सोमी, नंबरदार भगत सिंह, दर्शन सिंह नैन, सेवा सिंह, महताब पहलवान, दिलबाग सिंह, देवराज सिंह, पाला राम दर्शन नैन, जगदीश नैन, नफ़े फ़ेशियल, मॅनके फौजी समेत अन्य राजेश नैन मौजूद रहे।