झज्जर / 06 नवंबर / न्यू सुपर भारत
झज्जर सहित एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के निरंतर बढ़ते स्तर से आमजन के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। जिसके मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने आमजन के लिए प्रदूषण से बचाव के लिए विशेष एडवाईजरी जारी की है। एडवाईजरी की जानकारी देते हुए डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने जिलावासियों से आह्वान किया है कि पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण से बचाव की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे निर्णायक कदमों में आमजन भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। वायु प्रदूषण नियंत्रण में रखना हम सभी की सामुहिक जिम्मेदारी है।
सुबह और देर शाम को बाहर टहलने से परहेज करें नागरिक
डीसी ने वायु प्रदूषण के बचाव व निवारण के उपायों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी नागरिक सुबह और देर शाम को बाहर टहलना, दौडऩा और शारीरिक व्यायाम करने से परहेज करें। साथ ही सुबह और देर शाम के समय बाहरी दरवाजे और खिड़कियाँ न खोलें, यदि आवश्यक हो तो यह कार्य दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लकड़ी, कोयला, पशुओं का गोबर, मिट्टी का तेल जैसे बायोमास जलाने से बचें। खाना पकाने और हीटिंग उद्देश्यों के लिए स्वच्छ धुआं रहित ईंधन (गैस या बिजली) का उपयोग करें। यदि बायोमास का उपयोग कर रहे हैं, तो स्वच्छ कुक स्टोव का उपयोग करें। चूंकि यह सर्दियों का मौसम है ऐसे में अंगीठी में लकड़ी का कोयला व किसी भी प्रकार की लकड़ी, पत्तियां, फसल अवशेष और अपशिष्ट को खुले में जलाने से भी परहेज करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एडवाईजरी की पालना जरूरी
डीसी ने आगे बताया कि चूंकि पूरे एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण काफी उच्च स्तर पर है ऐसे में बंद परिसर में मच्छर भगाने वाली क्वाइल और अगरबत्ती जलाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं अपनी आंखों को प्रदूषण से बचाने के लिए उन्हें नियमित रूप से साफ पानी से धोते रहें और गले मे सांस लेने में कोई परेशानी ना हो इसके लिए गर्म पानी से नियमित गरारे करें। इस दौरान यदि आपको सांस फूलना, चक्कर आना, खांसी, सीने में तकलीफ या दर्द, आंखों में जलन (लाल या पानी आना) जैसा महसूस हो तो अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें।
डीसी ने हृदय संबंधी बीमारियों से प्रभावित आमजन को प्रदूषण से बचाव के उपायों की जानकारी देते हुए बताया कि वायुमंडल में बढ़ते एक्यूआई के बीच ऐसे व्यक्ति किसी भी प्रकार की अनावश्यक गतिविधियों से अपना बचाव रखें। स्वास्थ्य देखभाल पर डॉक्टर के निर्देशों का ठीक से पालन करते हुए शरीर के संकेतात्मक लक्षणों के बढ़ने पर भी नजर रखें। साथ ही जो निर्धारित दवाएँ हैं उनकी अपने पास उपलब्धता बनाए रखें। यदि घर से बाहर निकलना जरूरी है तो फेस मास्क का इस्तेमाल करें।
दैनिक दिनचर्या में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देना फायदेमंद
डीसी ने कहा कि जिला में प्रदूषण पर रोक लगाने हेतु पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना जरूरी है। इसलिए बेहतर होगा कि हम अपनी दैनिक दिनचर्या में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देकर अपने निजी वाहनों का कम से कम इस्तेमाल करें। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे अपने रिहायसी सर्कल जैसे नजदीकी बाजार व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर जाने के लिए पैदल चलें अथवा ई रिक्शा व साईकिल का उपयोग करें।
डीसी ने झज्जर और बहादुरगढ़ शहर की विभिन्न आरडब्ल्यूए से भी आह्वान किया कि जिन आरडब्ल्यूए के पास पेड़ों की धुलाई के लिए स्प्रिंकल मशीनें व अन्य संसाधन उपलब्ध हैं वे उनकी पूरी क्षमता का उपयोग करते हुए प्रदूषण को कम करने में सहयोग करें। साथ ही अपने अपने क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों की पालना करवाना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला में ग्रेप के तीनों चरण के तहत विभिन प्रकार की पाबंदियां भी लगाई गई है, जिसमें निर्माण कार्य की रोकथाम भी प्रमुख है। डीसी ने कहा कि सभी आरडब्ल्यूए यह सुनिश्चित करें कि उनके अधिकार क्षेत्र में कोई भी निर्माण सामग्री खुले में ना पड़ी रहे। बेहतर रहेगा कि उस पर पानी का छिडक़ाव कर उसे तिरपाल से ढका जाए।
इस अवसर पर एडीसी सलोनी शर्मा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पीडब्लूडी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।