सप्लाई में शुद्ध और क्लोरिनेशन युक्त पानी ही दें : अधीक्षण अभियंता जसवंत सिंह
फतेहाबाद / 23 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
पानी की शुद्धता में गुणवत्ता जांच हेतु क्लोरीन का प्रयोग किया जाता है, कितना क्लोरीन व कितने पानी में प्रयोग किया जाना चाहिए इसकी मात्रा की जानकारी देने के लिए जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की ओर से स्थानीय डीपीआरसी हाल में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विभाग के अधीक्षण अभियंता डॉ. जसवंत सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उपभोक्ताओं को शुद्ध और क्लोरिनेशन युक्त पानी की सप्लाई सुनिश्चित करें। जिले के सभी पब्लिक हेल्थ के अधिकारी व कर्मचारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर कार्यकारी अभियंता सतीश देशवाल ने विभाग के कर्मचारियों से कहा कि हम सभी मिलकर पीने का शुद्ध पानी जिले के हर घर में भेजना सुनिश्चित करना होगा। कहीं पर भी पीने के पानी के न पहुंचने व कोई लीकेज आदि की कोई समस्या आती हैं तो तुरन्त उसका समाधान करवाए। शिविर के दौरान मुख्य ट्रेनर योगेश चंद्र स्वामी ने क्लोरीन के प्रयोग व उसके रखरखाव पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्लोरीन का प्रयोग एक निश्चित मात्रा में करना चाहिए ताकि पानी की शुद्धता व गुणवत्ता बरकरार रखी जा सके तथा उसके रखने के तरीके के बारे में भी बताया। जिले भर से आए पंप ऑपरेटर ने प्रशिक्षक से सवाल-जवाब करके अपनी समस्याओं का हल किया।
शिविर में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षक अभियंता डॉ. जसवंत सिंह, कार्यकारी अभियंता सतीश देशवाल, जिला सलाहकार शर्मा चंदलाली, अभियंता सतपाल रोहज, आंचल जैन, केमिस्ट कंचन बिश्नोई, बलविंदर सिंह, सुभाष चंद्र, सुमेर सिंह, अजमेर सिंह, अजय सिंह और प्रशिक्षक के तौर पर योगेश चंद्र स्वामी, हरीश कुमार, जितेंद्र कुमार, जिला प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर मुकेश बंसल आदि मौजूद रहे। प्रशिक्षण लेने के लिए लगभग 250 से 300 प्रतिभागियों ने शिविर में भाग लिया।