फतेहाबाद / 16 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा कि चिन्ह्ति अपराधों की पुख्ता व ठोस सबूतों के साथ कोर्ट में पैरवी करें ताकि अपराधियों को उनके द्वारा किए गए अपराध की कड़ी सजा मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि चिन्हित अपराध के तहत जो भी मामले सामने आते हैं पुलिस विभाग व संबंधित अधिकारी उनकी पूरी गहनता से जांच कर रिपोर्ट तैयार करें।उपायुक्त अजय सिंह तोमर सोमवार को अधिकारियों के साथ चिह्नित अपराधों से संबंधित मामलों की बैठक ले रहे थे। बैठक में केसों से संबंधित बचाव साक्ष्य और तकनीकी कानूनी पहलुओं बारे विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि चिन्ह्ति अपराध से संबंधित मामलों की जांच संबंधित पूरी प्रक्रिया की रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय को भी भेजी जाए।
उपायुक्त ने निर्देश दिए चिन्ह्ति अपराधों के मामलों में पुलिस विभाग कोर्ट में जाने से पहले उसकी अच्छी रिपोर्ट तैयार करें ताकि अपराधी को अधिक से अधिक सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि अक्सर संज्ञान में आता है कि कोर्ट में केस की मजबूती न होने के कारण कई बार अपराधी सजा से बच जाते हैं। ऐसे में साक्ष्य के अभाव और कमजोर पैरवी के कारण केस कमजोर भी हो जाते हैं और न्यायालय में उचित तथ्यों व साक्ष्यों के न होने के कारण अपराधी सजा से बच सकता है।
इसलिए कानूनी तकनीकी और विभिन्न प्रकार के केसों में साक्ष्यों के बचाव और उनकी सुरक्षा तथा कानूनी पहलुओं द्वारा मजबूत पैरवी जिला न्यायवादी द्वारा की जाए, जिससे अपराधी बचने न पाएं।
बैठक में पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने चिन्ह्ति अपराध के मामलों में पुलिस विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला न्यायवादी पूनम वर्मा, एसआईएस जगजीत सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।