December 24, 2024

विकास एवं पंचायत मंत्री ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का शिलान्यास किया

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टोहाना / 22 जनवरी / न्यू सुपर भारत

हरियाणा के विकास एवं पंचायत विधान मंत्री सिंह बबली ने कहा कि प्रभु श्रीराम हमारे स्वामी हैं, आदर्श हैं, हमारे प्राण हैं। उनका जीवन त्याग, करुणा और संघर्ष हमारी प्रेरणा है। भगवान श्री राम धीरोदत्त नायक थे, उनके शील और धैर्य के कारण उन्हें मर्यादाहीनता कहा जाता है। मंत्री कैबिनेट ने सोमवार को नई सब्जी मंडी, प्राचीन हनुमान मंदिर सपरा माेहोल, राम मंदिर चंडीगढ़ रोड, एफ सी.सी. प्रतिष्ठा के सम्मान में विभिन्न कार्यक्रमों में शिष्य कर भगवान प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद लिया गया। उन्होंने प्रभु श्री राम के भजनों का आनंद लिया और यज्ञ में आहुति देकर सर्व सुख समृद्धि की कामना की।

विकास एवं पंचायत मंत्री महामहिम सिंह बबली ने कहा कि आज का दिन देशवासियों के लिए गौरव का दिन है। देश के करोड़ों लोगों का लंबे समय से सपना देखा जा रहा है और आज 500 साल बाद यह अंत: वास्तविकता के रूप में पूरा हो रहा है। देशवासी पूरे उत्साह और खुशी के साथ प्रभु श्रीराम के उत्सव का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि राम हमारी प्रेरणा हैं, राम हमारी आस्था हैं। राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर या पर्यटन स्थल नहीं है, बल्कि तीर्थस्थलों का एक स्तंभ है। श्री राम की अयोध्या का अर्थ त्याग, लोकतंत्र और सम्मान है।

कैबिनेट मंत्री मौलाना सिंह बबली ने कहा कि भगवान श्रीराम गिरिजाघर सनातन संस्कृति के वाहक हिंदू धर्म की आस्था के प्रतीक हैं। भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या में बना है, जिसका कई दशकों पुराना संकल्प पूरा हुआ है। देशवासी आज घरों में दीवाली बजरी कर इस दिन को एक विशेष उत्सव की तरह मना रहे हैं और धार्मिक स्थलों पर भजन कीर्तन, यज्ञ घर, सत्संग आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। समाज के सभी नागरिकों में एक अजीब सा जोश और उत्साह है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि अयोध्या वह दैव भूमि है, जहां भगवान श्रीराम जी का जन्म हुआ था। भगवान श्री राम का मंदिर था, जिसे बाबर ने 1528 में तोड़कर बाबरी मस्जिद बनवाई थी। यहां करोड़ों भारतीयों ने देखा है मंदिर का सपना, जिसे पूरा करने के लिए हर हिंदू ने अपनी-अपनी आस्था जताई।

कई भक्तों ने अपनी जान की बाजी मारी तो कई साधु संतों, सामाजिक समाजवादियों ने अपने जीवन के लिए इस कार्य के लिए खापा नीचे दिया। उन्होंने कहा कि देश के नगर, गांव के धार्मिक स्थलों से पवित्र जल और मिट्टी श्री अयोध्या धाम में मंदिरों की स्थापना के लिए स्थापना की गई थी। एक लंबे समय और संघर्ष के बाद हमारी संस्कृति का प्रतीक और हमारी आस्था का केंद्र श्री राम मंदिर साकार रूप में सामने आ रहा है। इस दिन के लिए नागरिकों में जोश और उत्साह है और दीपावली की तरह इस दिन को मना रहे हैं। उन्होंने शिष्यों से कहा कि वे अपने समय पर श्रीअयोध्या धाम के स्वामी प्रभु श्रीराम के दर्शन अवश्य करें।


इस अवसर पर अग्रवाल सभा में रमेश प्रधान गोयल, विनोद बबली, मनोज बबली, सुभाष गोयल, कृष्ण गोयल, विक्रम गर्ग, जतिन बांसल, पहलवान जॉनी मेटली, मोंटू अरोरा, आशिष परूथी, ओम प्रकाश अरोरा, रिवॉर्ड अरोरा, संजय रेवड़ी, कसाई सोनारवाल, राजवंशी अशोक गर्ग, किलेबंदी कैथेड्रल पूरी तरह से, कीमती पत्थर नन्दलाल खोबड़ा, किलेदार रियासतम, रेजिडेंट ठकराल, राज कक्कड, भीरा प्रधान, संजय धतरवाल, राजा कामरा, मूलचंद बत्रा, लवली सपाड़ा, डायना बिल्डिंग, डॉ. राजीव भाटिया, सुरेश कथूरिया सहित अन्य रेटिंग नागरिक मौजूद रहे।

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