समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाग रही एनएसएस : एसीएस आनंद मोहन शरण
फतेहाबाद / 3 नवंबर / न्यू सुपर भारत
भारत सरकार युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशालय, दिल्ली के द्वारा हरियाणा के फतेहाबाद के एमएम पीजी कॉलेज में 25 अक्टूबर से चल रहे पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर-2023 का शुक्रवार को समापन हुआ। इस शिविर में हरियाणा के अलावा दिल्ली, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश से 200 महिला स्वयं सेविकाओं ने भाग लिया। शिविर के दौरान उन एनएसएस स्वयंसेविकाओं का चयन किया गया, वो कर्तव्यपथ, नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर होने वाली परेड में भाग लेंगी।
समापन समारोह में मुख्यातिथि उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनन्द मोहन शरण ने शिरकत की। इनके साथ फतेहाबाद के उपायुक्त अजय सिंह तोमर, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रांगी, क्षेत्रीय निदेशालय दिल्ली से कैम्प डायरेक्टर श्रवण राम और कैम्प कमांडेड मनोज कुमार, डिप्टी डायरेक्टर कार्यक्रम अधिकारी सी सैमुअल चेइल्ले, उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा के राज्य राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार विशेष तौर पर मौजूद रहे। पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर-2023 के समापन समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ।
स्वयं सेविकाओं को संबोधित करते हुए शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनन्द मोहन शरण ने कहा कि एनएसएस शानदार व ऊर्जावान है और समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। एनएसएस में जहां बतौर स्वयंसेविकाएं व स्वयंसेवक बेहतरीन नागरिक तैयार करते है, वहीं समाज में जागरूकता की अलख भी प्रभावशाली तरीके से जगाई जा सकती है। युवा शक्ति को अधिक से अधिक एनएसएस से जुडऩा चाहिए। उन्होंने बताया कि हरियाणा में राष्ट्रीय सेवा योजना बहुत ही शानदार कार्य कर रही है। राष्ट्रीय एकता शिविर का अब तक 5 बार यहां आयोजन हो चुका है। आगामी वित्त वर्ष 2024 में भी हरियाणा में एनएसएस के 10 राष्ट्रीय एकता शिविर दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के दो बेस्ट एनएसएस स्वयंसेवकों को इंग्लैंड के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में 15 दिन के लिए प्रशिक्षण में जाने का मौका मिलेगा। आनंद मोहन शरण ने कहा कि हरियाणा सरकार विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा बहुत ही सकारात्मक रूप से विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास के लिए अग्रसर है।
कैम्प निदेशक श्रवण राम ने कहा कि पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर-2023 बहुत ही शानदार और अनूठा है। प्रथम बार महिलाओं का यह शिविर आयोजित हुआ है। इसमें चयनित स्वयंसेविकाएं गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड करेगी। डिप्टी डायरेक्टर एडवाइजर अधिकारी सी सैम्युअल चेइल्ले ने महिला स्वयंसेविकाओं से कहा कि इतिहास गवाह है कि जहां भी नारी होती है, वहां के वातावरण में प्रेम, ममत्व और सभी जातियों से ऊपर उठकर करूणा, दया व सहनशीलता के भाव अपने आप आ जाते है।
उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने मुख्यातिथि आनंद मोहन का कार्यक्रम में पहुंचने पर आभार जताया व हरियाणा की पावन धरा पर उत्तर भारत के राज्यों से आए कार्यक्रम अधिकारियों का भी धन्यवाद किया। कैम्प समन्वयक एमएम कॉलेज फतेहाबाद के प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास व क्षेत्रीय निदेशालय नई दिल्ली से मनोज कुमार ने भी सभी स्वयंसेविकाओं और कार्यक्रम अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।इस दौरान एमएम एजुकेशन सोसायटी के प्रधान राजीव बत्रा, महासचिव विनोद मेहता एडवोकेट व कोषाध्यक्ष कैलाश बत्रा सहित सोसायटी के अन्य प्रतिनिधियों ने एसीएस आनन्द मोहन शरण, उपायुक्त अजय सिंह तोमर, एडीसी डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रांगी व अन्य सभी अतिथियों का स्वागत किया।
उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने शिविर के दौरान की गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। मंच संचालन डॉ. गुरप्रीत कौर व डॉ. रूमाएसा द्वारा किया गया। इस अवसर पर एमएम एजुकेशन सोसायटी से सुदर्शन बत्रा, सतपाल अरोड़ा, एमएम बीएड कॉलेज के उपप्रधान संजय बत्रा, राज कुमार फुटेला सहित अनेक सदस्य मौजूद रहे। 10 दिन इस शिविर का सफल आयोजन एमएम कॉलेज एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विकेश सेठी व प्रो. प्रतिभा मखीजा की देखरेख में किया गया। शिविर में कैप्टन रजनी वर्मा द्वारा जहां स्वयंसेविकाओं के ठहरने की व्यवस्था संभाली व डॉ. सुरेन्द्र पाल सिद्धू व डॉ. विजय गोयल ने रिफ्रेंशमेंट की व्यवस्था की। प्रीत कौर, एनएसएस स्वयंसेवक शीतल व लवप्रीत सिंह का भी विशेष सहयोग रहा।
इस अवसर पर हरियाणा राज्य से कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनिता गोदारा व डॉ. शालू सचदेवा, हिमाचल प्रदेश से ललिता ठाकुर, जम्मू से डॉ. गुरप्रीत कौर, चण्डीगढ़ से डॉ. प्राची, दिल्ली से नाहिद रईस, राजस्थान से डॉ. उमा शर्मा व डॉ. नेहा गोयल, पंजाब से डॉ. रंजना बजाज और कोमल कालड़ा के अलावा विभिन्न राज्यों से आई 200 स्वयंसेविकाओं को भी सर्टिफिकेट देकर उन्हें सम्मानित किया गया।