टोहाना / 28 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने भगवान वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने सामाजिक सद्भाव और समानता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जमीन की सतह से धर्म की पराकाष्ठा प्राप्त करने वाले एक ममर्ज्ञ महात्मा थे जिन्होंने आदिकाव्य रामायण जैसी रचना कर समाज को सत्य, कर्त्तव्यनिष्ठा एवं सन्मार्ग पर चलने का मार्ग दिखाया।
वे शनिवार को गांव कन्हड़ी, भीमेवाला, बुआन और अमानी में महर्षि वाल्मीकि जयंती के कार्यक्रमों में बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व केबिनेट मंत्री ने शुक्रवार रात्रि को गांव भोडी में आयोजित बालाजी महाराज के जागरण में भी शिरकत की।
विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा दी गई सामाजिक समरसता, सद्भाव तथा मानवता जैसे नैतिक मूल्यों की आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिकता है। उनके विचार एवं आदर्श हमें समतामूलक समाज की स्थापना की प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी को महर्षि वाल्मीकि के महान दृष्टिकोण एवं उनके द्वारा दी गई शिक्षा को अपने व्यवहार में अपनाने का संकल्प लेना होगा। यही उनके प्रति हमारा सम्मान तथा सच्ची श्रद्धा होगी। उन्होंने कहा कि आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी ने महाकाव्य रामायण के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व को संदेश दिया कि असत्य कितना भी शक्तिशाली हो लेकिन विजय सदैव सत्य की ही होती है।
उनका जीवन व रचनाएँ सदैव सत्य, प्रेम, कर्तव्य और धर्म के मार्ग पर चलने को प्रेरित करती हैं। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की जयंतियां मनाने से हमें, विशेषकर हमारी युवा पीढ़ी को उनके जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को जानने व समझने का मौका मिलता है। इससे हमारे युवाओं को इन महापुरुषों के आदर्शों और सिद्धांतों पर चलने की सदैव प्रेरणा मिलती है। ऐसे कार्यक्रमों से समाज के लोगों में आपसी प्रेम और भाईचारे की भावना मजबूत होती है और सामाजिक समरसता की एक नई शुरूआत भी हुई है। समरसता दिवस के रूप में इन जयंतियों को मनाने के फैसले से समाज के लोगों में आपसी प्रेम और भाईचारे की भावना के साथ-साथ उत्सव जैसा माहौल हुआ है। आज हमें इस बात की आवश्यकता है कि हम जात-पात, ऊंच-नीच और साम्प्रदायिकता के भेदभाव को समाप्त कर एक भारत-श्रेष्ठ भारत के लिए मिलकर काम करें।