फतेहाबाद / 23 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
उपमंडलाधीश राजेश कुमार ने जिले में पराली प्रबंधन के लिए कृषि विभाग, राजस्व विभाग तथा पंचायत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के अमले के साथ गांव बरसीन, जांडली खुर्द, माजरा, भूथनकलां व भिरड़ाना का दौरा किया गया और फसल अवशेष प्रबंधन के कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने टीम के साथ गांवों में किसानों, सरपंचों तथा नंबरदारों को फसल अवशेष प्रबन्धन के लिए जागरूक व प्रेरित किया तथा आधुनिक कृषि यंत्रों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि किसान पराली व फसल अवशेषों का सही और वैज्ञानिक तरीके से प्रबन्धन करके अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। कृषि विभाग ने पराली जलाने से होने वाले नुकसानों के बारे में विस्तार से बताया कि पराली अवशेषों को मिट्टी में ही मिलाने या गाठें बनवाने पर सरकार द्वारा प्रति एकड़ 1000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। प्रोत्साहन राशि के लिए किसान कृषि विभागीय पोर्टल एग्रीहरियाणा पर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि फसल के अवशेष जलाने से खेत के मित्र किट मर जाते हैं व खेत की उपजाऊ शक्ति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इस मौके पर उपमंडल कृषि अधिकारी भीम सिंह कुलडिया, विषय विशेषज्ञ डॉ. सुभाष चन्द्र लोहान, खंड कृषि अधिकारी जय कुमार व कृष्ण कुमार, मोनू आदि उपस्थित रहे।