राणा VS राणा : इस विधानसभा सीट पर मुकाबला रोचक
हमीरपुर / 3 मई / न्यू सुपर भारत ///
हिमाचल की राजनीति गरमाई हुई है. प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव होने हैं , जिस वजह से प्रदेश की सियासत गर्म है. सुजानपुर सीट से राणाओं की राजनीतिक अदला बदली से जनता असमंजस में है. बता दें की राजेन्द्र राणा ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा है तो वहीँ सुजानपुर विधानसभा सीट से 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी रहे रणजीत राणा ने अब कांगेस का हाथ थाम लिया है. हालांकि कांग्रेस को यहां से उम्मीदवार चुनने में थोड़ा समय लगा, लेकिन तस्वीर अब साफ हो गई है। इस सीट पर अब उन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला हो रहा है जो पार्टियां बदल चुके हैं।
दोनों धूमल के शिष्य रहे हैं। अब मतदाताओं को निर्णय लेना है. 2022 में कांग्रेस के टिकट पर सुजानपुर सीट से विधायक बने राजेंद्र राणा इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से चुनाव लड़ रहे हैं. कैप्टन रणजीत राणा पिछली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे और अब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव में धूमल के आशीर्वाद से रणजीत ने चुनावी जंग जीतने के लिए पूरा जोर लगाया था, लेकिन इस मुकाबले में रणजीत 399 वोटों से हार गए।
कांग्रेस छोड़कर कमल चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे राजेंद्र राणा इस बार धूमल के घर जीत का आशीर्वाद लेने पहुंचे. बेशक, धूमल ने पार्टी लाइन पर कायम रहते हुए सार्वजनिक रूप से भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र राणा का समर्थन किया है, लेकिन उनके समर्थकों का समर्थन किसे मिलेगा, इस पर चर्चा जारी है। दोनों उम्मीदवारों ने पार्टियां बदल लीं. इसलिए, यह माना जाता है कि जो पार्टी जितनी कम गुटीय होगी, उसके जीतने की संभावना उतनी ही अधिक होगी।