यूँ ही नहीं ली मनोरमा पटियाल की ज़मानत याचिका वापिस, एफ़आईआर में एट्रोसिटी की धारा भी जुड़ी
हमीरपुर/ रजनीश शर्मा
डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर की स्टाफ नर्स मोनिका की आत्महत्या मामले में संस्थान की एक सीनियर वार्ड सिस्टर मनोरमा पटियाल की अग्रिम जमानत याचिका सोमवार को यूँ ही एडवोकेट द्वारा वापिस ली गयी। इस मामले में दर्ज एफ़आईआर नंबर 200/2019 में पहले से शामिल धाराओं के अलावा एट्रोसिटी एक्ट की सेक्शन 3(1)आर भी जोड़ दी गयी है। माननीय अतिरिक्त सैशन जज नरेश कुमार की अदालत में फ़ाईल की गयी बेल एप्लिकेशन नम्बर 561/2019 दिनांक 14/10/2019 में बेल एप्लिकेशन में कोर्ट के फ़ाईनल आदेश से पूर्व एएसआई इंद्रजीत सिंह ने कोर्ट में फ़्रेश स्टेट्स रिपोर्ट पेश की। फ़्रेश स्टेटस रिपोर्ट में एट्रोसिटी एक्ट की सेक्शन 3(1)आर को भी जोड़ा गया। इसके तुरंत बाद वार्ड सिस्टर मनोरमा पटियाल के एडवोकेट विक्रांत ठाकुर ने अलग स्टेटमेंट दर्ज करवाते हुए कोर्ट से आग्रह किया कि वह प्रार्थी (मनोरमा पटियाल) की ओर से बेल एप्लिकेशन वापिस ले रहा है। सरकारी पक्ष की ओर से जिला न्यायवादी चंद्रशेखर भाटिया कोर्ट में मौजूद रहे।
यह है सारा मामला
गांव पलासी डाकघर कश्मीर, उपमंडल नादौन जिला हमीरपुर की रहने वाली 32 वर्षीय मोनिका हमीरपुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर सेवाएं दे रही थीं। ड्यूटी खत्म होने के बाद मोनिका अपने कमरे में पहुंची और पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने अस्पताल की सीनियर वार्ड सिस्टर पर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाते हुए अपनी मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया।पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में लेकर मामला दर्ज किया और तफ्तीश शुरू की स्टाफ नर्स का पति आसनिक कतनोरिया दवा कंपनी में सेवाएं दे रहे हैं। जबकि पांच साल का बेटा स्कूल में पढ़ता है। वह घटना के दिन स्कूल में था तथा उसे स्कूल से घर लाने कोई नहीं पहुंचा। शाम करीब साढ़े पांच बजे जानकारों ने उसे घर पहुंचाया। पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने मृतक स्टाफ नर्स के पति की शिकायत पर अस्पताल के सीनियर स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रिकॉर्ड को कब्जे में लेकर तफ्तीश चल रही है। मोबाइल कॉल भी खंगाली जा रही। पुलिस जाँच में क़रीब दो दर्जन लोगों से पूछताछ की जा चुकी हैलेकिन, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई।